भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज यानी गुरुवार को नई दिल्ली में 'कारगिल विजय दिवस' की पूर्व संध्या पर आयोजित 'मशाल रैली' को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा आज 'कारगिल विजय दिवस' की पूर्व संध्या पर मैं आप सभी का स्वागत करता हूं. इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का हिस्सा बनना मेरे लिए सम्मान की बात है. मुझे यकीन है कि इसका हमारे देश के लोगों के मन पर लंबे समय तक प्रभाव रहेगा.
हम कल 'कारगिल विजय दिवस' को 'रजत जयंती' के रूप में मनाएंगे और अपने वीर शहीदों को याद करेंगे. हम कल उन वीर सपूतों को याद करेंगे जिनके शौर्य और बलिदान के कारण कारगिल विजय हुई और जो पाकिस्तान ने भारत पर कुत्सित निगाहें डाली थी, उनके इरादे को हमारे जवानों ने चकनाचूर करने का काम किया. हमारे सैनिकों ने देश के लिए जो साहस और बलिदान दिया है, उसे हमें नहीं भूलना चाहिए.
कारगिल विशेष परिस्थितियों में हुआ युद्ध था. पाकिस्तान ने पहले से युद्ध की घोषणा नहीं की थी, बल्कि उसकी सेना ने भारतीय सीमाओं में घुसपैठ की थी और रणनीतिक रूप से लाभप्रद स्थिति में थी. हमारे सैनिकों को दुश्मन से लड़ने के लिए पहाड़ की चोटी पर चढ़ना पड़ा, फिर भी वे डरे नहीं और दुश्मनों को हराकर तिरंगा फहराया.
आपको यह जानकर खुशी भी होगी और आश्चर्य भी होगा कि जब कारगिल का युद्ध चल रहा था तो हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी उस समय उत्तर भारत के भाजपा के बतौर महामंत्री प्रभारी भी थे, और जब कारगिल का युद्ध चल रहा था तो हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी उस समय भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि के नाते वो कारगिल के युद्ध में वहां जाकर जवानों को शाबाशी दी थी.
अगर पाकिस्तान URI पर बुरी नजर डालने की जुर्रत करता है तो भारत सर्जिकल स्ट्राइक से जवाब देता है. यदि वे पुलवामा पर हमला करने का दुस्साहस करते हैं, तो भारत हवाई हमले के माध्यम से जवाब देता है.