छठ पूजा का आखिरी दिन 8 नवंबर 2024 को है। इस दिन व्रती उषा अर्घ्य देंगे यानी उगते सूर्य की पूजा करेंगे, जिसके बाद 36 घंटे का व्रत तोड़ा जाएगा।
जो महिलाएं इस व्रत को रखती हैं उनके घर में सुख-समृद्धि आती है और परिवार के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य ठीक रहता है। यहां देखें आपके शहर में छठ पूजा के दौरान उगते सूर्य को अर्घ्य देने का समय क्या है।
यूपी, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ के शहरों में ऊषा अर्घ्य का शुभ मुहूर्त
बिहार-झारखंड के शहरों में 8 नवंबर को ऊषा अर्घ्य का समय
गया सुबह 06.02
पटना सुबह 06.02
रांची सुबह 5.58
समस्तीपुर सुबह 06.00
भागलपुर सुबह 05.54
दरभंगा सुबह 06.00
यूपी-छत्तीसगढ़ के शहरों में 8 नवंबर को ऊषा अर्घ्य का समय
कानपुर सुबह 06.23
प्रयागराज सुबह 05.15
लखनऊ सुबह 06.21
रायपुर सुबह 06.10
बिलासपुर सुबह 06.36
वाराणसी सुबह 06.10
मेरठ सुबह 06.37
उषा अर्घ्य की पूजा विधि
छठ पूजा का चौथा दिन उषा अर्घ्य को समर्पित है। इस दिन भक्त सूर्योदय से पहले उठते हैं और किसी नदी या तालाब के किनारे जाते हैं और डूबते सूर्य को जल चढ़ाते हैं। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। पूजा की थाली में लोहे का कटोरा, दूध, गंगाजल, हल्दी, सुपारी, अक्षत, फूल, दीपक और अगरबत्ती रखें। फिर पूजा स्थल को साफ करें जहां से भक्त सूर्य को अर्घ्य देंगे और उसे फूलों से सजाएं। पूजा स्थल पर बैठकर सूर्य देव और छठी मैया को अर्घ्य दें।
ॐ आदित्याय नमः, ॐ छठी मैया नमः मंत्र का जाप करें। एक लोटे में दूध, गंगाजल और अन्य सामग्री मिलाकर सूर्य देव को जल अर्पित करें। अर्घ देते समय सूर्य देव से अपने परिवार की सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करें। अर्घ देने के बाद सूर्य देव को प्रणाम करें और उनसे अपने परिवार की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करें। साथ ही छठी मैया को प्रणाम करें और उनसे आशीर्वाद की प्रार्थना करें।