प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर मध्य प्रदेश के खजुराहो में केन-बेतवा नदी लिंक परियोजना का शिलान्यास करेंगे। यह परियोजना राष्ट्रीय नदी जोड़ो नीति के तहत शुरू की जा रही है, और यह इस तरह का पहला प्रयास है, जिसे पीएम मोदी आज हरी झंडी देंगे। इस परियोजना का उद्देश्य मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों में पानी की समस्या को हल करना है। परियोजना की कुल लागत लगभग 44,605 करोड़ रुपये की है और इससे करीब 65 लाख लोगों को पीने का पानी मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार, 25 दिसंबर को दोपहर 12:10 बजे खजुराहो पहुंचेंगे, जहां वह इस महत्वाकांक्षी परियोजना का शिलान्यास करेंगे। यह परियोजना न केवल जल संकट के समाधान के लिए अहम कदम है, बल्कि यह भारत सरकार की जलवायु और पर्यावरण संबंधी नीति को भी मजबूत करेगी।
इस परियोजना का शिलान्यास न केवल मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए एक बड़ा तोहफा होगा, बल्कि यह देश के जल संसाधनों के बेहतर प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित होगा। पीएम मोदी का यह प्रयास नदी जोड़ने के तहत अन्य जल परियोजनाओं के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगा और भविष्य में जल संकट से निपटने के लिए स्थायी समाधान प्रस्तुत करेगा।
बता दें कि केन-बेतवा नदी लिंक परियोजना के माध्यम से मध्य प्रदेश के 10 जिलों के लगभग 44 लाख और उत्तर प्रदेश के 21 लाख लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। इस परियोजना में केन और बेतवा नदियों को जोड़कर जल वितरण की प्रणाली तैयार की जाएगी, जिससे पानी की उपलब्धता बढ़ेगी और कृषि कार्यों के लिए भी जल की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। इससे दोनों राज्यों में पानी की कमी से जूझ रहे कई क्षेत्रों में राहत मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी इस अवसर पर अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में एक विशेष स्टांप और सिक्का भी जारी करेंगे। अटल जी की जयंती पर उनकी योगदान को सम्मानित करने के लिए यह पहल की जा रही है। पीएम मोदी ने कहा कि अटल जी ने देश की प्रगति और नदी जोड़ने की योजना पर विशेष ध्यान दिया था और उनकी यह सोच आज भी देश के विकास की दिशा में मार्गदर्शक बनी हुई है।