मुंबई के धारावी में अवैध मस्जिद को ध्वस्त करने की अवधि समाप्त हो गई है, और अब इस प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है। मस्जिद कमेटी स्वयं अवैध निर्माण को तोड़ने का कार्य कर रही है, जिसके लिए बीएमसी के इंजीनियर्स मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं। सबसे पहले गुंबद को गिराया जाएगा, उसके बाद अन्य अवैध हिस्सों का ध्वंस किया जाएगा।
मस्जिद कमेटी ने अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था। पहले, मस्जिद ट्रस्ट ने कुछ हिस्सों को हरे पर्दे से ढक दिया था जब बीएमसी की टीम ने निरीक्षण किया। मस्जिद ट्रस्ट का कहना है कि यह सभी कार्य विधि के अनुरूप होंगे। उन्होंने पहले ही महबूब ए सुभानिया मस्जिद में अवैध निर्माण को हटाने का वादा किया था, जिसकी समयसीमा समाप्त होने के बाद आज ध्वंस कार्य शुरू हुआ है।
पुणे में भी चल रही अवैध मस्जिद के खिलाफ कार्रवाई
पुणे में अवैध मस्जिद और मदरसे को भी ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई है। महानगर निगम ने रात के समय में ये कदम उठाया, जो हाईकोर्ट के आदेश के तहत था। इस आदेश में कहा गया था कि पिंपरी चिंचवड़ क्षेत्र में सभी अवैध धार्मिक स्थलों को तोड़ा जाए। महानगर निगम ने छह महीने पहले सभी अवैध निर्माणों को नोटिस जारी किया था, जिसे नजरअंदाज किया गया।
मदरसे का मामला
यह मामला पिंपरी चिंचवड़ का है, जहाँ 25 साल पहले एक मस्जिद का निर्माण किया गया था। कुछ साल पहले यहाँ दारुल उलूम जामिआ इन आमिया नामक मदरसा चलाया जा रहा था। हिंदू संगठनों की शिकायत के बाद, हाईकोर्ट ने अवैध धर्म स्थलों के ध्वंस का आदेश दिया। इसके परिणामस्वरूप, महानगर निगम ने रात में बुलडोज़र चलाकर मस्जिद और मदरसे के अवैध हिस्सों को गिरा दिया।
यह घटनाएँ धारावी और पुणे में अवैध निर्माण के खिलाफ चल रहे प्रयासों की ओर इशारा करती हैं।