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'‘अभियन्ता दिवस’' पर अभियन्ताओं ने उर्जा मंत्री से कर डाली कुछ ऐसी मांग

अभियन्ताओं ने यह मांग आज ‘भारत रत्न’ सर एम0 विश्वेश्वरैया के 163वें जन्म दिवस पर उ0प्र0रा0 विद्युत परिषद अभियन्ता संघ द्वारा हाईडिल फील्ड हॉस्टल में आयोजित परिचर्चा कार्यक्रम में की गयी

Rajat Mishra
  • Sep 15 2024 8:12PM

इनपुट- रवि शर्मा, लखनऊ

 
प्रदेश के बिजली अभियन्ताओं ने केन्द्र एवं प्रदेश सरकार से मांग की है कि प्रधानमंत्री के 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को सफल बनाने के लिए अभियंत्रण विभागों में नीति निर्धारण के प्रमुख पदों पर विशेषज्ञ अभियन्ताओं की ही तैनाती की जाये। इससे प्रदेश सरकार के ‘‘24x7 पावर फॉर आल’’ योजना फलीभूत हो सकेगी और प्रदेश की जनता को निर्बाध सस्ती बिजली मिल सकेगी। साथ ही ऊर्जा निगमों के बढ़ते घाटे पर अंकुश लग सकेगा। 
 
अभियन्ताओं ने यह मांग आज ‘भारत रत्न’ सर एम0 विश्वेश्वरैया के 163वें जन्म दिवस पर उ0प्र0रा0 विद्युत परिषद अभियन्ता संघ द्वारा हाईडिल फील्ड हॉस्टल में आयोजित परिचर्चा कार्यक्रम में की गयी जिसमें प्रदेश भर के अभियन्ताओं ने वी0सी0 के माध्यम से भी प्रतिभाग किया। अभियन्ताओं ने प्रदेश सरकार से हर वर्ष 15 सितम्बर को ‘अभियन्ता दिवस’ के अवसर पर ‘राजकीय समारोह’ के रूप में आयोजित करने की भी मांग की। मा0 ऊर्जा मंत्री जी के साथ मार्च 2023 को हुए समझौते का पालन सुनिश्चित करते हुए समस्त उत्पीड़नात्मक कार्यवाही निरस्त किये जाने की मांग की।
 
‘अभियन्ता दिवस’ समारोह में मुख्य वक्ता ऑल इण्डिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे ने ‘भारत रत्न’ सर एम0 विश्वेश्वरैया एवं अन्य महान अभियन्ताओं के सराहनीय कार्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 1973 में उ0प्र0 राज्य विद्युत परिषद के अध्यक्ष पद पर बिजली अभियन्ता की तैनाती के साथ सचिव (ऊर्जा) के पद पर भी बिजली अभियन्ता तैनात किये गये। यह परम्परा 1981 तक जारी रही। महान अभियन्ता इं0 के0एल0 राव की ही देन है ग्रामीण विद्युतीकरण जिससे आज प्रत्येक गांव रोशन है। बाद में वह ऊर्जा मंत्री भी रहे। यह हर्ष का विषय है कि मिसाइल मैन के नाम से प्रसिद्ध डा0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम ऐसे एकमात्र इंजीनियर हैं जो देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति पद तक पहुंचे हैं। उ0प्र0रा0वि0प0 के अध्यक्ष व ऊर्जा सचिव रह चुके इं0 एल0बी0 तिवारी को 1974 में तकनीकी विभाग का सचिव तैनात कर यह संदेश दिया गया कि सरकार की सोच बदल रही है और तकनीकी कार्यों का दायित्व तकनीकी हाथों में ही दिया जायेगा। उन्होंने आगे कहा कि बिजली अभियन्ताओं को उम्मीद है कि अभियंत्रण सेवाओं व अभियन्ताओं की दिशा व दशा सुधारने हेतु प्रदेश सरकार प्रदेश हित में नीति निर्धारण के प्रमुख पदों पर विशेषज्ञ अभियन्ताओं की तैनाती किये जाने के सम्बन्ध मेंं कदम उठायें।
 
विद्युत अभियन्ता संघ के महासचिव जितेन्द्र सिंह ने बताया कि देश में सबसे पहले 400के0वी0 पारेषण लाइन व उपकेन्द्र की परिकल्पना, निर्माण व संचालन का यशस्वी कार्य, 100 मेगावाट एवं 200 मेगावाट की तापीय इकाईयाँ डिजाइन करने व सफलतापूर्वक संचालित करने वाला अग्रणी उ0प्र0 बिजली बोर्ड ही है। आज कम लोग यह जानते हैं कि देश की महारत्न कम्पनी एन0टी0पी0सी0 के गठन व प्रारम्भिक वर्षों में संचालन का कार्य उ0प्र0रा0वि0प0 के अभियन्ताओं ने ही किया है। छिबरों (अब उत्तराखण्ड) में देश के सबसे पहले भूगर्भ जल विद्युत गृह और पहाड़ पर जगह कम होने के कारण पहले टू टियर पारेषण उपकेन्द्र की स्थापना का कार्य इसी अवधि में उ0प्र0रा0वि0प0 ने किया। विगत दिनों 30600 मे0वा0 से अधिक बिजली का सफलतापूर्वक पारेषण व वितरण किया गया है जो अब तक का एक रिकॉर्ड है।

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