कैलाश गहलोत ने आज यानी सोमवार को नई दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में BJP की सदस्यता ली। दोपहर 1 बजे के करीब मनोहरलाल खट्टर ने कैलाश गहलोत को भाजपा में शामिल कराया।
दिल्ली सरकार में मंत्री रहे कैलाश गहलोत ने अपने पद से इस्तीफा देने के साथ ही आम आदमी पार्टी (AAP) की प्राथमिक सदस्यता भी त्याग दी। उनका यह कदम दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है, खासकर जब से इस साल कई अन्य नेता भी AAP से अलग हो चुके हैं।
2015 से AAP के साथ जुड़े रहे गहलोत
कैलाश गहलोत, जो आम आदमी पार्टी के पुराने और प्रमुख नेताओं में से एक माने जाते हैं, ने 2015 में पहली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की थी। उस समय से ही वह अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगियों में गिने जाते रहे हैं और दिल्ली सरकार के ताकतवर मंत्रियों में शामिल थे।
गहलोत ने महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली
अपने राजनीतिक करियर के दौरान कैलाश गहलोत ने परिवहन विभाग के साथ-साथ वित्त जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी भी संभाली। जब मनीष सिसोदिया को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भेजा गया, तब कैलाश गहलोत ने ही 2023-24 के लिए दिल्ली सरकार का बजट पेश किया था। उनके नेतृत्व में दिल्ली के वित्तीय मामलों में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे।
CM पद के लिए थी संभावनाएं
कैलाश गहलोत का नाम दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री पद के लिए भी चर्चा में था। अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद, गहलोत इस पद की दौड़ में शामिल थे, लेकिन अंततः वह आतिशी से पीछे रह गए। अब जबकि उन्होंने मंत्री पद और AAP की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, यह स्पष्ट है कि उनका राजनीतिक भविष्य एक नए मोड़ पर पहुंच चुका है।
दिल्ली सरकार में एक और बड़ा इस्तीफा
कैलाश गहलोत का इस्तीफा दिल्ली सरकार में इस वर्ष का एक और महत्वपूर्ण इस्तीफा है। इससे पहले भी कई नेता और मंत्रियों ने आम आदमी पार्टी से नाता तोड़ा है, जो पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है। गहलोत के इस्तीफे से पार्टी की स्थिति पर असर पड़ सकता है, खासकर जब दिल्ली की राजनीति में नए समीकरण बन रहे हैं।
कैलाश गहलोत का आम आदमी पार्टी से इस्तीफा राजनीति में एक नई दिशा को इंगित करता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वह आगे किस पार्टी में शामिल होते हैं या फिर अपनी स्वतंत्र राजनीतिक यात्रा शुरू करते हैं। उनके इस्तीफे से AAP को कितना नुकसान होगा, यह आने वाले समय में स्पष्ट होगा।