इस्लामाबाद से नफ़रत की नई जुबान सुनाई दी है। इस बार ज़हर उगला है खुद पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर ने। एक सार्वजनिक मंच से जनरल मुनीर ने भारत और हिंदुओं के खिलाफ जो नफरत उगली, वो न सिर्फ पाकिस्तान की मानसिक दीवालियत दिखाती है, बल्कि ये भी बताती है कि अब पाकिस्तान का सैन्य तंत्र कितना बौखलाया हुआ है।
"हम हर एंगल से हिंदुओं से अलग हैं…"– यही बोलते हुए मुनीर ने अपने देश की धार्मिक कट्टरता का कच्चा चिट्ठा खोलकर रख दिया। उन्होंने बच्चों को जहर घोलने वाली ‘कहानी’ सुनाने की बात कही, मानो भारत से नफरत अब पाकिस्तानी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनने वाली हो।
'मदीना के बाद अल्लाह ने पाकिस्तान बनाया'
जनरल मुनीर ने दावा किया कि अल्लाह ने सिर्फ दो रियासतें बनाई हैं – मदीना और पाकिस्तान। क्या ये वही पाकिस्तान है जो आतंकवाद की फैक्ट्री बन चुका है? जो अपने ही लोगों को रोटी और इलाज नहीं दे सकता, लेकिन भारत के खिलाफ दिन-रात जहर उगलने से बाज़ नहीं आता?
भारत विरोध की आग में जलता पाकिस्तान अब धार्मिक उन्माद और झूठी शेखी का सहारा लेकर खुद को ‘धार्मिक राष्ट्र’ की तरह पेश करने में जुटा है।
कश्मीर पर पुराना राग
असीम मुनीर ने भारत के खिलाफ भड़कते हुए एक बार फिर कश्मीर को लेकर बकवास की। बोले – “कोई भी ताकत कश्मीर को पाकिस्तान से अलग नहीं कर सकती”। उन्हें शायद याद दिलाने की जरूरत है कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा — ये 370 हटने के बाद पूरी दुनिया ने देख लिया है।
‘आतंकवादियों की कमर तोड़ देंगे’
जनरल साहब बड़ी बड़ी बातें कर रहे हैं कि 1500 आतंकवादी पाकिस्तान को नहीं बदल सकते। लेकिन सवाल ये है – इन आतंकियों को पालता कौन है? ट्रेनिंग कैंप्स किसकी छावनी में चल रहे हैं? क्या पूरी दुनिया को नहीं पता कि पाकिस्तान की सेना और ISI मिलकर आतंकवाद को राज्य नीति बना चुकी है?