इनपुट-रोहित बाजपेई, लखनऊ
डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो0 जेपी पाण्डेय की अध्यक्षता में वित्त समिति की बैठक हुई। प्रदेश में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए 100 करोड़ के इनोवेशन निधि के बनाये जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी।
इससे इन्नोवेशन हब एवं इनक्यूबेशन सेंटर को सहायता प्रदान की जाएगी। ताकि विश्वविद्यालय अपने छात्रों को नवाचार और उद्यमिता के लिए सहायता प्रदान करेगा। जिससे कि सरकार की 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था को पाने के लक्ष्य में सहयोग मिलेगा। विश्वविद्यालय परिसर में नये सत्र से बीटेक पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने के लिए बजट को मंजूरी दी गयी। नये सत्र से यह पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। विश्वविद्यालय अपने इंजीनियरिंग के छात्रों को स्किल्ड बनाने पर जोर दे रहा है। जिससे कि उन्हें रोजगार मिलने में आसानी हो। इसलिए कोर ब्रांच जिसमें इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल एवं इंस्ट्रुमेंटेशन शाखाओं के छात्रों को स्किल्ड किया जाएगा।
इसके लिए आइईटी लखनऊ, केएनआईटी सुल्तानपुर, बीआईईटी झांसी, एवं यूपीआईडी नोएडा में इंडस्ट्री के सहयोग से सेंटर ऑफ एक्सिलेंस की स्थापना के प्रस्ताव को भी सहमति दी गयी। इस सेंटर के स्थापित होने से इंडस्ट्री के विशेषज्ञ छात्रों प्रशिक्षित करेंगे। जिससे कि छात्र इंडस्ट्री की आवश्यकता के अनुसार तैयार हो सकेंगे। इसी तरह वास्तुकला एवं योजना संकाय में मास्टर ऑफ प्लानिंग (स्पेशलाइजेशन इन इफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग एंड मैनेजमेंट) का नया पाठ्यक्रम शुरू करने के प्रस्ताव को सैद्धांतिक सहमति दी गयी । उच्चकोटि के शोध को बढ़ावा देने के लिए आईइटी लखनऊ के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन बायोप्रिंटिंग एंड अप्लाइड बायोटेक्नोलॉजी की स्थापना के लिए छह करोड़ के बजट को मंजूरी दी गयी। विश्वविद्यालय में कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों के इलाज के लिए कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस का प्रस्ताव कर्मचारी कल्याण कोष से कराये जाने पर हरी झंडी दी गयी।
विभिन्न प्रस्तावों को वित्त अधिकारी केशव सिंह ने प्रस्तुत किया। बैठक में शासन के विशेष सचिव अन्नावि दिनेश कुमार, अपर मुख्य सचिव वित्त विभाग के प्रतिनिधि विवेक कुमार सिंह, कुलसचिव रीना सिंह सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।