मध्य प्रदेश के गुना में हनुमान जयंती के अवसर पर माहौल बिगाड़ने की साजिश देखी गई। हनुमान जी का किरदार निभाने वाले शख्स, जिसका नाम समर्थ है, उसके पीछे बेल्ट लेकर उन्मादी भीड़ दौड़ी और वेशभूषा को भी फाड़ दिया। हनुमान जी की वेशभूषा तैयार करने वाले अजय माझी ने कहा कि, ''मैंने महीने भर की मेहनत इस ड्रेस में लगी थी, लेकिन इसे फाड़ दिया गया। यह दुखद है कि भारत जैसे देश में ऐसे हालात बनाए जा रहे हैं।"
बता दें कि शनिवार (12 अप्रैल 2025) को करनैलगंज इलाके में जैसे ही जुलूस मस्जिद के पास पहुंचा और डीजे की गूंज आसमान चीरने लगी, वैसे ही कुछ कट्टरपंथी लोगों ने बवाल खड़ा कर दिया। बीजेपी पार्षद गब्बर कुशवाह की अगुवाई में निकाले गए इस जुलूस पर उन्होंने पथराव कर दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपी विक्की खान समेत 9 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है।
CCTV में कैद हुई करतूत
गुना के एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने दावा किया कि "किसी ने कोई पथराव नहीं किया" लेकिन चश्मदीद गवाह और वायरल वीडियो कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। मौके पर पथराव हुआ, नारेबाजी की गई और माहौल को जानबूझकर तनावपूर्ण बनाया गया। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मस्जिद के अंदर से एक आदमी धारदार हथियार लहराते बाहर आता दिख रहा है। CCTV फुटेज में उन्मादी भीड़ साफ देखी जा सकती है, जो शोभायात्रा को निशाना बना रही थी। अब वीडियो के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है।
शांति व्यवस्था की दुहाई
घटना के तुरंत बाद प्रशासन हरकत में आया। पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू में लिए। कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। मगर बड़ा सवाल यही है कि अगर फौरन एक्शन लिया गया, तो हमला क्यों होने दिया गया? क्या हिन्दू त्योहारों पर इस तरह की साजिशें अब आम होती जा रही हैं?
क्या थमेगा कट्टरपंथ का कहर?
घटना की खबर मिलते ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मोर्चा संभालते हुए स्थानीय प्रशासन से बात की। उनके हस्तक्षेप के बाद माहौल पर नियंत्रण पाया गया, लेकिन ये असल समाधान नहीं है। देश भर में यह मांग उठ रही है कि ऐसे मामलों में सख्त से सख्त कार्रवाई हो, ताकि हिन्दू पर्वों पर कट्टरपंथियों का आतंक न फैल सके।