इनपुट- रवि शर्मा, लखनऊ
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के आह्वान पर आज साल के पहले दिन बिजली कर्मचारियों ने बिजली के निजीकरण के विरोध में राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में काली पट्टी बांध कर काला दिवस मनाया। बिजली कर्मचारियों ने भोजनावकाश में मानव श्रृंखला बनाकर निजीकरण के विरोध में अपनी एकजुटता का परिचय दिया। 05 जनवरी को प्रयागराज में बिजली पंचायत आयोजित की गयी है।
नये वर्ष के पहले दिन बिजली कर्मचारियों ने उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों के विरोध में पॉवर कारपोरेशन प्रबन्धन और पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक एवं पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक का सामाजिक बहिष्कार किया और कोई भी बिजली कर्मी इन्हें नव वर्ष की बधाई देने नहीं गया। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के निर्णय के विरोध में समस्त ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मचारियों, संविदा कर्मियों और अभियन्ताओं ने आज काला दिवस मनाया।
इस दौरान बिजली कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध कर दिन भर काम किया। बिजली कर्मियों ने भोजनावकाश में कार्यालय के बाहर आकर काली पट्टी बांधे हुए मानव श्रृंखला बनाकर अपनी एकजुटता दिखाई। राजधानी लखनऊ में शक्तिभवन मुख्यालय पर सैकड़ों बिजली कर्मियों ने बड़ी मानव श्रृंखला बनायी। इसी प्रकार मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के मुख्यालय पर भी बिजली कर्मियों ने मानव श्रृंखला बनाकर अपना विरोध दर्ज किया।
वाराणसी, आगरा, मेरठ, कानपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, आजमगढ़, बस्ती, देवीपाटन, अयोध्या, बरेली, मुरादाबाद, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, गाजियाबाद, संभल, पारीछा, हरदुआगंज, सीतापुर, झांसी, बांदा में बड़ी संख्या में बिजली कर्मियों ने काली पट्टी बांधे हुए मानव श्रृंखला बनाकर अपना विरोध दर्ज किया।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के पदाधिकारियों राजीव सिंह, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, गिरीश पांडेय, महेन्द्र राय, सुहैल आबिद, पी.के.दीक्षित, राजेंद्र घिल्डियाल, चंद्र भूषण उपाध्याय, आर वाई शुक्ला, छोटेलाल दीक्षित, देवेन्द्र पाण्डेय, आर बी सिंह, राम कृपाल यादव, मो वसीम, मायाशंकर तिवारी, राम चरण सिंह, मो इलियास, श्रीचन्द, सरजू त्रिवेदी, योगेन्द्र कुमार, ए.के. श्रीवास्तव, के.एस. रावत, रफीक अहमद, पी एस बाजपेई, जी.पी. सिंह, राम सहारे वर्मा, प्रेम नाथ राय, विशम्भर सिंह एवं राम निवास त्यागी ने बताया कि निजीकरण के विरोध में व्यापक जनजागरण अभियान के तहत 05 जनवरी को प्रयागराज में बिजली पंचायत आयोजित की गयी है।