पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नीति आयोग को खत्म करके योजना आयोग को बहाल करने की मांग की है. दरअसल, ममता बनर्जी नीति आयोग की बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली में हैं. ममता बनर्जी ने वर्तमान संगठन की आलोचना की.
ममता बनर्जी ने आलोचना करते हुए करते हुए कहा, नीति आयोग को हटाओ, योजना आयोग को वापस लाओ. योजना आयोग की एक संरचना थी; इसने देश में बुनियादी ढांचे का निर्माण किया. योजना आयोग नेताजी सुभाष चंद्र बोस का विचार था.
ममता बनर्जी ने कहा, 'नीति आयोग के पास कोई शक्तियां नहीं हैं. यह राज्य सरकारों के साथ समन्वय में काम नहीं करता है.' नीति आयोग की मीटिंग में इंडिया ब्लॉक के कई और मुख्यमंत्री भाग नहीं ले रहे हैं. इस पर ममता बनर्जी ने कहा, 'मैं न केवल बंगाल के लिए बल्कि इंडिया ब्लॉक शासित राज्यों का मुद्दा उठाऊंगी.'
बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'वो बंगाल को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. बीजेपी के किसी नेता ने असम को बांटने को कहा था. किसी ने बिहार को बांटने को कहा था. मैं उन्हें गैंग नहीं कहूंगी क्योंकि ये असंसदीय शब्द है बल्कि मैं उन्हें टुकड़े-टुकड़े मंच कहूंगी.'
बनर्जी ने कहा, 'उन्होंने (भाजपा ने) सरकार तो बना ली है, लेकिन उनके पास जनादेश नहीं है. 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद यह पहला मौका है जब उन्होंने एकल पार्टी की सरकार नहीं बनाई है.' बनर्जी ने कहा कि अपनी मजबूरियों के कारण, भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने राजनीतिक रूप से बहुत पक्षपाती बजट पेश किया है, जिसने विपक्षी दलों के शासन वाले राज्यों को उनके अधिकारों से वंचित कर दिया है.