बिहार में मानसून की विदाई से पहले एक बार फिर बाढ़ का खतरा बढ़ने लगा है। पिछले 48 घंटों से राज्य में लगातार बारिश हो रही है, और एक शक्तिशाली ट्रफ लाइन उत्तर-पश्चिम बिहार के ऊपर से गुजर रही है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह ट्रफ हिमालय की तलहटी से उत्तर-पूर्व दिशा में मुड़ने वाली है, जिससे नेपाल के आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में, वहां की नदियों के जल स्तर में तेजी से वृद्धि हो सकती है। इस कारण से, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने नदियों से दूर रहने की सलाह दी है।
बीते 24 घंटों में बिहार में इस मानसून सीजन की सबसे अधिक 50 मिलीमीटर बारिश हुई है। बारिश का यह सिलसिला 27 तारीख की रात तक जारी रहा। IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, 28 तारीख को भी उत्तर-पश्चिम, उत्तर-मध्य, दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-मध्य बिहार के कई जिलों, जैसे पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, सीवान, सारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय और जहानाबाद में जोरदार बारिश की आशंका है।
आगे चलकर बारिश का यह सिलसिला धीरे-धीरे कम होने की उम्मीद है, लेकिन इस दौरान राज्य के कई हिस्सों में ठनका गिरने की भी संभावना है। विशेष रूप से पश्चिमी-पूर्वी चंपारण और मधुबनी के कुछ इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है।
27 तारीख की सुबह तक राज्य के उत्तर-पूर्व जिलों में अत्यधिक बारिश दर्ज की गई थी, जो कि 2019 के बाद से किसी एक दिन में सबसे अधिक है। पिछले दिनों की बारिश के आंकड़े भी चौंकाने वाले रहे हैं।
स्थान (जिला)- बारिश की मात्रा (मिलीमीटर)
श्रीनगर (पूर्णिया)- 247
दगरुआ- (पूर्णिया) – 204
जलालगढ़ (पूर्णिया)- 200
राघोपुर (सुपौल)- 203
तेघाघाच (किशनगंज)- 266
कोचाधामन (किशनगंज)- 252
चरघरिया (किशनगंज)- 285
किशनगंज (किशनगंज)- 228
तैयबपुर(किशनगंज) – 202
बहादुरगंज (किशनगंज)- 201
बहरगामा (अररिया) – 263
कुर्साकांटा (अररिया)- 232
फॉर्बिसगंज (अररिया)- 340
जोकीहाट (अररिया)- 306
अररिया (अररिया)- 224
नरपतगंज (अररिया)- 204
पलासी (अररिया)- 281
रानीगंज (अररिया)- 269
सिकटी (अररिया)- 268
इन जिलों के अलावा मधेपुरा, कटिहार के कई क्षेत्रों में 141 से लेकर 200 मिलीमीटर के बीच वर्षा हुई है।