सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को आर्थिक सहयोग करे

Donation

जिहादियों ने हिन्दू लैण्ड पोर्ट के अधिकारियों को बदनाम कराने के लिए किया बड़ा षड्यंत्र

आईसीपी कर्मियों को बदनाम करने के लिए वायरल किया फर्जी वीडियो

राम जी सोनी-Twitter@ramjisonistv
  • Jul 8 2024 7:01AM
आईसीपी कर्मियों को बदनाम करने के लिए वायरल किया फर्जी वीडियो



रुपईडीहा। आईसीपी के प्रबंधक बीएस सिसोदिया व जूनियर इंजीनियर नवजोत सिंह सहित 3 लोगो के विरुद्ध एक षड्यंत्र कर फर्जी नेपाली लड़की का वीडियो वायरल किया गया। जिसकी इंडो नेपाल के क्षेत्रों मे भारी निंदा हो रही है। इस वीडियो की जब पड़ताल की गई तो सारी घटना निराकार सिद्ध हुई है। अपने बयान में प्रबंधक सिसोदिया ने बताया है कि जहां मेरा ऑफिस है वहां से एसएसबी व इमिग्रेशन की चेक पोस्ट काफी दूरी पर है। वहीं नेपाल से आने वाली यात्री बसों की जांच वहीं होती है। इस प्रकार की किसी घटना की जानकारी वहां मौजूद एसएसबी व इमिग्रेशन कर्मियों को मिलनी चाहिए थी। आईसीपी से पचपकरी चौक एक किलोमीटर है। वहां अवैध वसूली करने वाले तत्वों ने बस को रोककर लड़की का फर्जी वीडियो बनाया। ये तत्व पुराने मार्ग से ही बस को लाने के लिए लगे है। मिली जानकारी के अनुसार रुपईडीहा कस्टम भी यही चाहता था कि पुराने मार्ग से ही मैत्री बसों का आवागमन हो। इस सामाजिक तत्वों व कस्टम कर्मियों की मिलीभगत से यह षड्यंत्र रचा गया। वायरल वीडियो में न लड़की का नाम है न ही पता है। वायरल वीडियो में लड़की का कहना है कि मैं अकेली बाथरूम में गयी थी मेरे साथ कोई लड़का  नही गया। एक षड्यंत्र के तहत निजी स्वार्थ पूर्ति के लिए यह फर्जी वीडियो वायरल किया गया है। 
                इस कांड की इंडो नेपाल बार्डर पर समाजसेवियों की भारी प्रतिक्रिया हुई है। आईसीपी रुपईडीहा के प्रबंधक बीएस सिसोदिया ने कहा कि मुझे कई समाजसेवियों का फोन आया मैंने उन्हें हकीकत बताई है। इस संबंध में समाजसेवी राकेश सिंह ने कहा है कि एक साजिश के तहत रुपईडीहा कस्टम व इन मैत्री बसों से अवैध वसूली करने वाले लोग इस कांड में शामिल है। ये लोग इसी जुगत में लगे है कि मैत्री बसें पुराने रुट से आये व जाएं। जिससे कस्टम व अवैध वसूली करने वाले तत्व अपना काला धंधा चला सकें उन्होंने बताया कि पिछले दिनों ट्रैफिक चौक के पास एक मैत्री बस से इसमें बनी स्पेशल कैविटी से लाखों का माल नेपाली कस्टम चोरी माल बरामद हुआ है। यह मंशा अब पूरी नही हो रही है। प्रबंधक सिसोदिया व इमिग्रेशन विभाग इन मैत्री बसों को आईसीपी से चलाने के लिए सुरक्षार्थ ही यह व्यवस्था की गई थी। जो सामाजिक तत्वों व कस्टम को अखर रहा है। 


सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

संबंधि‍त ख़बरें

ताजा समाचार