महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों में इन दिनों जिहादियों का तांडव देखा जा रहा है। ताजा मामला जालना का है जहां, ईद ए मिलाद जुलूस के नाम पर जिहादियों ने दिन दहाड़े सड़कों पर आतंक का नंगा नाच किया। जुलूस के दौरान सड़क किनारे स्थित हिंदुओं की दुकानों को जिहादियों के झुंड ने निशाना बनाया और जो चीज हाथ लगी उसे लूट लिया।
पूरी घटना का किसी ने विडीयो भी बना लिया है जिसमें दिख रहा है कि सड़क से निकलते हुए जुलूस से कुछ जिहादी झुंड बनाकर निकलते हैं और रास्ते से लगी हिन्दू की दुकान में जबरन घुस कर समान निकालने लगते हैं। पीड़ित दुकानदार जब उन्हें ऐसा करने से मन करता है और अपने सामान बचाने की कोशिश करता है तो जिहादी उसके साथ धक्का मुक्की करके धौंस जमाने का प्रयास करते हैं।
जलना में जिहादियों ने पुलिस के रहते हुए ऐसा काम किया है। यूं तो पूरे देश में हिन्दू पर्व त्योहारों पर निकाले जाने वाली शोभा यात्राएं मजहबी कट्टरपंथियों के निशाने पर रहती हैं। सावन में निकाली जाने वाली शिव भक्तों की कांवड़ यात्रा हो या फिर गणपति उत्सव पर होने वाली पत्थरबाजियों का ना रुकने वाला सिलसिला हो। इधर महाराष्ट्र में जिहादी जमातों का नगा नाच जारी है। तुष्टिकरण करने वाले दलों के हाथ की कठपुतली बने कठमुल्ले मस्जिदों से पत्थर चला रहे हैं तो कभी ईद के जुलूसों में सर तन से जुदा के नारे लगाए जा रहे हैं।
हिन्दू द्रोह और देव द्रोह के बाद अब ये कश्मीरी पैटर्न वाले रास्ते पर चल निकले हैं। दुकानों पर हो रही ये लूट पाट,मार पीट और अराजकता वाली तस्वीर महाराष्ट्र के जालना की है। ईद का जुलूस निकल रहा था। लेकिन कट्टरपंथियों का उपद्रवी तेवर यहां साफ दिखाई दे रहा है। इन तस्वीरों में आप साफ साफ देख सकते हैं। पहचान सकते हैं उन चेहरों को जो यहां मजहबी आतंक फैला रहे हैं। ये सब सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया जा रहा है। पूरी तैयारी की जा रही है कि कैसे माहौल खराब करें। हिंसा की आग लगाकर विक्टिम कार्ड खेला जाए।
जालना मामले को गंभीरता से उठाते हुए सूदर्शन न्यूज के प्रधान संपादक श्री सुरेश चव्हानके जी ने अपने 'X' पर ईद जुलूस के दौरान हुई लूट-पाट के विडीयो को साझा किया है। विडीयो के साथ ही जिहादियों के कांड के विषय में लिखा है।
श्री सुरेश चव्हानके जी ने लुटेरे जिहादियों के करतूत के मसले को उठाते हुए विडीयो पोस्ट में लिखा कि, "ईद के जुलूस में हिंदू के दुकान में दिनदहाड़े घुस जिहादी झुंड ने की लूटपाट, तोड़ फोड़ का नंगा नाच किया। महाराष्ट्र के जालना में कठमुल्लों का आतंक जारी।
महाराष्ट्र के जालना में जिहादियों का नंगा नाच,, जिहादी हरे झंडे लहरा कर सड़क पर उतारकर लग रहे हैं सर्तन से जुड़ा के नारे,
इतना ही नहीं हिंदुओं को डराने के लिए ओवैसी की 5 मिनट में पुलिस हटा दो वाली हेड स्पीच को डीजे पर बजाकर हिंदुओं को डराने की कर रहे हैं साजिश,,
जिहादी झुंड बाजार में हिंदुओं की दुकान में घुसकर तोड़फोड़ करने से भी नहीं आ रहे हैं बाज़,,
अदसल यह पूरा मामला पिछले दो दिन पहले का है,, महाराष्ट्र के जालना में ईद के जुलूस के बहाने जिहादी गैंग सड़क पर उतरकर इस तरह से हिंदू विरोधी नारेबाजी, सर तन से जुदा के नारे लगाते हुए सड़कों पर नंगा नाच किया था।"
अयंगर ने लड्डू बनाने की 'मिरासिदारी प्रणाली' शुरू की, जो एक वंशानुगत प्रणाली थी। इसमें लड्डू बनाने वाले लोगों को 'गामेकर मीरासीदार' कहा जाता था। साल 2001 तक इसी प्रणाली के तहत लड्डू बनाए जाते थे। 2001 तक टीटीडी के कर्मचारी स्वयं ही लड्डू तैयार करते थे। लेकिन समय के साथ-साथ भक्तों की संख्या बढ़ने लगी और हर दिन बनने वाले लड्डूओं की संख्या बढ़ानी पड़ी। कई वर्षों बाद, मंदिर के अधिकारियों ने एक 'पोटू' की स्थापना की, जिसे आम तौर पर 'भगवान की रसोई' कहा जाता है, जहां प्रसाद लकड़ी जलाकर तैयार किया जाता था। फिर भी, लड्डुओं की संख्या भक्तों की मांग के आधे से भी कम थी।
लेकिन समय के साथ भक्तों की संख्या बढ़ने लगी और हर दिन बनाए जाने वाले लड्डुओं की संख्या बढ़ानी पड़ी। कई सालों के बाद, मंदिर के अधिकारियों ने 'पोटू' की स्थापना की, जिसे आमतौर पर 'भगवान की रसोई' के रूप में जाना जाता है, जहां लकड़ी जलाकर प्रसादम् तैयार किया जाता था। फिर भी लड्डुओं की संख्या श्रद्धालुओं की मांग से आधी से भी कम थी।