उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक मदरसे में पढ़ रही छात्रा के साथ छेड़खानी और दुष्कर्म की कोशिश का मामला सामने आया है.आरोप मदरसा के मालिक के बेटे हसन पर लगा है. बताया जा रहा है कि 14 साल की पीड़िता लड़की मदरसे के ही छात्रावास में रहती थी. यह मदरसा मौलवी शाहनवाज द्वारा संचालित है. इससे पहले हसन ने पीड़िता को इंजेक्शन भी लगाया था. पुलिस ने FIR दर्ज कर लिया है.
जानकारी के अनुसार, मामला बिजनौर के थाना क्षेत्र शहर कोतवाली की है. यहां के बुरहानुद्दीनपुर क्षेत्र में जामियातुल बनात नाम का एक मदरसा चलता है. मौलवी शाहनवाज द्वारा संचालित इस मदरसे में अरबी के कोर्स करवाए जाते हैं. बता दें कि यहां छात्राओं के रहने के लिए अलग से छात्रावाल भी बना हुआ है. यहां करीब 200 छात्राएं रहती हैं. इसी हॉस्टल में 14 साल की पीड़ित नाबालिग भी रहकर पढ़ती थी.
बताया जा रहा है कि पीड़िता 2019 से यहां रहकर मौलवीयत का पढ़ाई कर रही है. पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में पीड़िता ने कहा कि शुक्रवार यानी 2 अगस्त को वह बीमार थी. इस दौरान मौलवी के बेटे हसन ने उसे जबरन इंजेक्शन लगाया. वह गंदी नीयत से उसका हाथ पक लिया. इसके बाद वह पीड़िता के बगल में बिस्तर पर लेट गया. फिर पीड़िता को दबोच कर रेप का प्रयास किया.
पीड़िता ने बताया कि उसने खुद को जैसे-तैसे बचाया और भाग कर हसन के अब्बू मौलवी शाहनवाज के पास चली गई. उसने हसन को लेकर उसके अब्बू से शिकायत की, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. पीड़िता का आरोप है कि आरोपित हसन को ही सही बताते हुए उसे चुप रहने के लिए डांट पड़ी. उसे यह बात किसी को नहीं बताने के लिए कुरान की कसम भी खिलाई गई.
नाबालिग ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपित की मां ने उसकी पिटाई भी की है. आरोपित की अम्मी ने पीड़िता से कहा कि इतनी खूबसूरत लड़कियां रहती हैं, उनके साथ न करके तेरे ही साथ करेगा वो?. आखिरकार पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई है. पुलिस ने हसन को नामजद करते हुए FIR दर्ज कर लिया है.
आरोपित हसन पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 74 और 115(2) के अलावा पॉक्सो एक्ट के अधिनियम 9f/10 के तहत करवाई की गई है. वहीं, इस मामले को लेकर बिजनौर के एडिशनल एसपी ने कहा कि मामले की जांच और उसमें जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है. मदरसा संचालक और उनका बेटा फरार बताए जा रहे हैं और उनकी तलाश की जा रही है. उधर, पीड़िता भी मदरसा छोड़ कर अपने घर चली गई है.