दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में एक यूपीएससी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से हुई तीन छात्रों की मौत का मामला कई सांसदों ने राज्यसभा में उठाया। सोमवार को भाजपा राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने राज्य सरकार से भवन निर्माण और नालों की सफाई का ब्योरा मांगा। दिल्ली में विज्ञापन-खर्च में हुई पचास गुना बढ़ोत्तरी पर भी आप सरकार को घेरा।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि, "इस पूरे मामले में 4 पक्ष हैं। पहला, बेसमेंट इस्तेमाल करने की इजाजत किस विभाग ने दी? दूसरा, अगर इजाजत दी गई तो क्या इसके बाद कोई जांच हुई? तीसरा, यदि उसकी शिकायत की गई तो क्या उसपर कोई कार्रवाई हुई या नहीं? और चौथा पक्ष, आसपास के सीवरों की सफाई कि गई या नहीं? अफसोस इस बात की है कि, दिल्ली की आप सरकार जो अपने काम का चारों तरफ प्रचार करती है, वह आज तक इस बात का प्रमाणिक आंकड़ा नहीं दे पायी है कि, सीवर लाइन के कीचड़ की सफाई के लिए उन्होंने क्या किया है।"
माथे पर एक शिकन तक नहीं
दिल्ली जल बोर्ड के 74 हजार करोड़ रुपये के घाटे परसुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि, "यह सर्वविदित है कि जब से वह (AAP) सरकार में आए हैं, जल बोर्ड को 74 हजार करोड़ रुपये का घाटा हो गया है। दिल्ली के तमाम सरकारी संस्थान घाटे में जा रहे हैं, उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं, लगातार शिकायतें आरही हैं, इसके बाद भी उनके (आम आदमी पार्टी ) ऊपर माथे पर कोई शिकन नहीं नजर आ रहा है।"
बीजेपी सांसद ने कहा कि, "अब जरूरी है कि सदन इस विषय पर गंभीरता से विचार करें। इन विषयों पर कार्रवाई न करते हुए सरकार क्या कर रही है? आप सरकार ने सिर्फ बयानबाजी की है। वह इस विषय पर वास्तविकता रखने की स्थिति में है ही नहीं।" त्रिवेदी ने पूछा कि, उन्होंने इस मद में दिल्ली सरकार ने कितना व्यय किया है? 'दूसरी चीजों पर' उसने बहुत खर्च किया है, यह सब जानते हैं। साल 2012-13 में जब कांग्रेस की सरकार थी तो विज्ञापन पर 13-14 करोड़ रुपए खर्च होता था जो आज इनकी सत्ता आने पर 568 करोड़ रुपये हो गया है।