भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के बीच, स्वीडन से भारत को एक महत्वपूर्ण एंटी-आर्मर हथियार की डिलीवरी की गई है। यह वही हथियार है जिसे 2016 में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में आतंकियों के लॉन्च पैड्स को नष्ट करने में इस्तेमाल किया गया था। स्वीडन की साब कंपनी ने एटी-4 रॉकेट लॉन्चर के एडवांस वर्जन की डिलीवरी की घोषणा की है। यह एटी-4 रॉकेट लॉन्चर भारतीय सेना के लिए एक रणनीतिक ताकत बन सकता है।
स्वीडन की साब कंपनी ने भारतीय सशस्त्र बलों को एटी-4 एंटी-आर्मर हथियार प्रणाली की सफल डिलीवरी की घोषणा की है। इस सिस्टम को खास तौर पर सीमित स्थानों में संचालन के लिए डिजाइन किया गया है। कंपनी ने कहा, "हमें गर्व है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने हमारे एटी-4 सिस्टम को अपनाया है, जो अब भारतीय शस्त्रागार का हिस्सा बन गया है।"
कार्ल-गुस्टाफ से हल्का और प्रभावी
AT-4 रॉकेट लॉन्चर, कार्ल-गुस्टाफ की तुलना में हल्का और ज्यादा प्रभावी है। यह एक सिंगल-शॉट सॉल्यूशन के रूप में काम करता है, जो दुश्मन के बंकर और अन्य संरचनाओं को नष्ट करने के लिए अत्यंत प्रभावी है। सेना के लिए इसका फायदा यह है कि यह कंधे से फायर करने में आसान होगा और सैनिक इसे आसानी से अपने साथ ले जा सकेंगे।
2016 में सर्जिकल स्ट्राइक में था अहम रोल
2016 में, भारतीय सेना के पैरा-एसएफ कमांडो ने कार्ल-गुस्टाफ रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल करके पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में आतंकियों के लॉन्च पैड्स को नष्ट किया था। उस समय, सैनिकों ने कंधे पर रॉकेट लॉन्चर लादकर इन हमलों को अंजाम दिया था, जो उनकी सफलता का एक अहम हिस्सा साबित हुआ।
तुर्की से पाकिस्तान को हथियारों की आपूर्ति
इसी बीच, पाकिस्तान को लेकर एक और खबर सामने आई है कि तुर्की ने पाकिस्तान को हथियारों का जखीरा भेजा है। तुर्की के C-130 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट द्वारा भेजे गए गोला-बारूद और अन्य सैन्य सामग्री पाकिस्तान के सैन्य अड्डे पर पहुंची है। ओपन सोर्स इंटेलिजेंस के अनुसार, छह C-130 कार्गो विमान इस्लामाबाद पहुंचे हैं, जिससे पाकिस्तान की सैन्य ताकत और भी मजबूत हो सकती है।
भारत को मिला मजबूत हथियार, पाक पर बढ़ा दबाव
स्वीडन से मिल रहे एटी-4 रॉकेट लॉन्चर्स से भारतीय सेना की ताकत में नया इजाफा हुआ है। यह हथियार सीमित स्थानों में प्रभावी साबित होगा और भारतीय सेना को पाकिस्तान के खिलाफ मजबूत रणनीति तैयार करने में मदद करेगा।