दिल्ली में आज हुई महागठबंधन के नेताओं की बैठक पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि स्वार्थ में डूबे कुछ लोगों ने आज दिल्ली में बैठक कर इस बात चर्चा की है कि बिहार में पुनः जंगलराज कैसे स्थापित किया जाए। राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के नेताओं के बीच बैठक में चर्चा का बिंदु आखिर क्या रहा होगा? सबको मालूम है कि बिहार में सत्ता पाने की कितनी व्याकुलता इंडी गठबंधन के नेताओं में। मांझी ने कहा कि बिहार में हो रहा विकास और सुशासन इंडी गठबंधन के लोगों को नहीं पच रहा है।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार के लोगों ने विकास का स्वाद चख लिया है। बिहार में सुशासन की सरकार ने जो भयमुक्त वातावरण बनाया है उसे जनता खत्म नहीं होने देना चाहती। इंडी ने के नेता चाहे लाख कोशिश कर लें वे बिहार की जनता को अब बरगला नहीं सकते।
मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव एक तरफ अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में जाकर सत्तू खाते हैं और अपने लोगों से अपील करते हैं कि वे दलितों का सम्मान करें। तेजस्वी यादव जी आपको यह बताना चाहिए कि आखिर दलित सम्मान को लेकर आपका हृदय परिवर्तन आखिर क्यों हो गया? मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव के बयान से यह स्पष्ट है कि उनके लोग पहले दलितों को सम्मान नहीं देते थे और अब अगर तेजस्वी सम्मान देने की बात कर रहे हैं तो इसका मकसद केवल बिहार के विधानसभा चुनाव में दलितों का वोट हासिल करना है। इस बात को गारंटी कौन देगा तेजस्वी जी की आप और आपके लोग अगर सत्ता में आए तो फिर से दलितों को प्रताड़ित और अपमानित नहीं किया जायेगा? बिहार का दलित समाज आपके पिता और माता जी के शासनकाल में मिली यातनाओं को अबतक नहीं भूला है।