पश्चिम महाराष्ट्र में शिवप्रेरणा यात्रा के पाँचवे दिन को धर्मयोद्धा डॉ. सुरेश चव्हाणके जी का काफिला छत्रपति शिवाजी महाराज जी चौक, सांगोला पहुँचा। आज यानी सोमवार को श्री सुरेश चव्हाणके जी ने छत्रपति शिवाजी महाराज जी महाराज की विशाल प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान उपस्थित लोगों के द्वारा "जय जिजाऊ, जय शिवराय" के नारों से पूरा चौक गूंज उठा।
इसके बाद शिवप्रेरणा यात्रा NCP के गढ़ सांगोला के तासगांव पहुंची, जहां धर्मयोद्धा डॉ. सुरेश चव्हाणके जी का हिन्दू कार्यकर्ताओ ने भव्य स्वागत किया। यहाँ भी श्री सुरेश चव्हाणके जी ने छत्रपति शिवाजी महाराज जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मौके पर वंदे मातरम और भारत माता की जय के खूब नारे लगे। श्री सुरेश चव्हाणके जी को देखने के लिए प्रशंसकों और आम जनता की अपार भीड़ वहाँ पहुंची थी।
कोल्हापुर जिले के शिरोल में स्थित छत्रपती शिवाजी महाराज तक्त और महारानी ताराबाई के तक्त का धर्मयोद्धा श्री सुरेश चव्हाणकेजी ने दर्शन किया। इसके बाद महाराष्ट्र के कृष्णा और पंचगंगा नदी के संगम पर स्थित नरसिंह सरस्वती स्वामी श्री गुरुदत्त मंदिर नरसोबावाडी में डॉ. सुरेश चव्हाणके जी ने किया दर्शन।
बात दें कि, शिवप्रेरणा यात्रा के प्रथम चरण के दौरान धर्मयोद्धा श्री सुरेश चव्हाणके जी पश्चिमी महाराष्ट्र के नगरों और गांवों की यात्रा कर के लोगों से मिल रहे हैं और उन्हें महाराष्ट्र को घूसखोर मुक्त करने के लिए जागरूक कर रहे हैं। बीती शाम श्री सुरेश चव्हाणके जी परभणी पहुंचे थे।
जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र हिंदुओं की कम हो रही जनसंख्या की दृष्टि से खतरे में है। उन्होंने वहाँ से कहा कि, "मैं भारत सरकार के सामने कुछ मांग रखता हुँ कि, जो हिंदू भारत आना चाहते हैं, उन्हें अनुमति मिलें और CAA कानून में बदलाव हो। वक्फ बोर्ड को बर्खास्त किया जाए, NRC को लागू किया जाए, नहीं तो जनता खुद करेगी। भारत से 10 करोड़ घुसपैठियों को बाहर निकाल जाए। जिसमें भारत के मुसलमानों को साथ देना चाहिए। इसमें उन्हें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।"