दिल्ली की हवा आज बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 307 अर्थात् “बहुत खराब” श्रेणी में बना हुआ है। दिल्ली के कई इलाकों में धुंध की परत छाई हुई है। इतना ही नहीं, यमुना नदी का प्रदूषण भी चरम पर पहुंच चुका है। नदी की सतह पर जहरीली झाग तैर रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, आज सुबह 8 बजे दिल्ली की औसत AQI 307 है।
दिल्ली में प्रदूषण को लेकर हो रही है राजनीति
दिल्ली में प्रदूषण को लेकर राजनीति जारी है। राजनीतिक दल लगातार एक-दूसरे पर दोषारोपण करने में व्यस्त हैं। दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला स्मॉग टॉवर पर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे। उन्होंने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल ने वायु प्रदूषण के नाम पर दिल्ली में लोगों को धोखा दिया है, साथ ही उनके हेल्थ को खतरे में डाल दिया गया है।
पर्यावरणविदों का क्या कहना है?
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर के प्रोफेसर सच्चिदानंद त्रिपाठी ने कहा कि यमुना नदी पर झाग का प्रभाव खतरनाक है। झाग की बार-बार उपस्थिति मुख्य रुप से नदी में बहने वाले अनुपचारित अपशिष्ट जल में साबुन, डिटर्जेंट और अन्य प्रदूषकों की बड़ी मात्रा के कारण होती है। पर्यावरणविद् विमलेंदु झा ने कहा कि हमने एक बार फिर यमुना नदी की सतह पर बहुत सारा झाग तैरता हुआ देखा है। यह दिल्ली के शासन व्यवस्था का पूर्णतः उपहास है।
यमुना के जल की गुणवत्ता के विश्लेषण से पता चला है कि कार्बनिक प्रदूषण, विशेष रुप से औद्योगिक और कृषि अपवाह से, सूक्ष्मजीव क्षरण और गैस उत्पादन को बढ़ावा देकर झाग की समस्या में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।