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गाजियाबाद में किशोरी के साथ दुष्कर्म के आरोप झूठे साबित हुए, फॉरेंसिक रिपोर्ट से खुलासा

गाजियाबाद में किशोरी के साथ दुष्कर्म और मारपीट के आरोप झूठे साबित हुए, फॉरेंसिक रिपोर्ट में घटना की सच्चाई सामने आई।

प्रमोद कुमार
  • Sep 9 2024 2:38PM

गाजियाबाद: लिंकरोड थानाक्षेत्र में 28 अगस्त को किशोरी के साथ घर में घुसकर मारपीट और दुष्कर्म की घटना की सूचना मिली थी। फैजान नामक कबाड़ी पर किशोरी से दुष्कर्म और मारपीट का आरोप लगा। घटना के बाद हिंदू संगठनों के लोग थाने पहुंचे और पुलिस पर कमतर धाराओं में केस दर्ज करने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।

प्रदर्शनकारियों ने कबाड़ी की दुकान में तोड़फोड़ की और आगजनी की। घटना की गंभीरता को देखते हुए लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर भी पीड़िता के घर पहुंच गए और रेप की घटना को गैंगरेप बताकर कमिश्नरेट पुलिस पर हमला किया। लेकिन फॉरेंसिक लैब की जांच रिपोर्ट में घटना की सच्चाई सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, किशोरी के साथ न तो मारपीट हुई थी और न ही दुष्कर्म या गैंगरेप की घटना हुई थी।

29 अगस्त को लिंकरोड थानाक्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति ने शिकायत दी कि पड़ोस में कबाड़ी की दुकान चलाने वाला फैजान उनके घर में घुसा और उनकी 16 वर्षीय बेटी के साथ मारपीट और गलत काम किया। पुलिस ने दुष्कर्म, मारपीट और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर फैजान को गिरफ्तार कर लिया।

घटना के बाद जब कुछ लोगों को पता चला, तो वे थाने पहुंचे और खुद को हिंदू संगठन का कार्यकर्ता बताते हुए पुलिस पर कमतर धाराओं में केस दर्ज करने का आरोप लगाया। उन्होंने फैजान की दुकान में तोड़फोड़ की और वहां खड़े ई-रिक्शा को भी आग के हवाले कर दिया। बवाल को देखते हुए एडिशनल सीपी दिनेश कुमार पी और डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटील के नेतृत्व में भारी पुलिस बल मौके पर भेजा गया। पुलिस अधिकारियों ने उचित कार्रवाई का भरोसा देकर मामला शांत कराया।

लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने के लिए उनके घर पहुंचकर मीडिया से बातचीत की और पुलिस कमिश्नर की कार्यशैली पर सवाल उठाए। विधायक ने गैंगरेप की बात की, जिससे कई संगठनों ने राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश की।

मेडिकल जांच
मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई और पीड़िता के शरीर पर कोई चोट के निशान भी नहीं पाए गए। पुलिस ने पीड़िता के सात सैंपल और आरोपी फैजान के दो सैंपल फॉरेंसिक लैब को भेजे। फॉरेंसिक रिपोर्ट में दुष्कर्म या गैंगरेप की कोई पुष्टि नहीं हुई और आरोपी व पीड़िता के सैंपल में कोई मेल नहीं पाया गया। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि फैजान घटना के समय घर में 8 मिनट के लिए ही मौजूद था। बवाल मचाने वाले 200-250 लोगों के खिलाफ लिंकरोड थाने में केस दर्ज किया गया है।

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