दिल्ली के वसंत कुज के रंगपुरी इलाके से एक खौफनाक मामला सामने आया है। जिसने दिल्ली के बुराड़ी कांड की याद दिला दी है। दरअसल, वसंत कुज के रंगपुरी इलाके में एक पिता ने अपनी चार बेटियों के साथ खुदकुशी कर ली। मरने वाले में दंपत्ति और उनके 4 बेटियां शामिल है। पूरे परिवार के खात्मे से हर कोई हैरान परेशान है।
बता दें कि, 50 वर्षीय हीरा लाल परिवार के साथ रंगपुरी इलाके में किराए के मकान में रहता था। उनकी चार बेटियाँ भी थीं, चारों बेटियाँ विकलांग थीं। दिव्यांग होने के कारण बेटियां कहीं जाने में असमर्थ थीं। पत्नी की मृत्यु के कारण बेटियों की देखभाल की जिम्मेदारी हीरा लाल के कंधों पर थी। आस पास के लोगों ने हीरा लाल के घर से बदबू आने पर पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो सभी के होश उड़ गए।
घटना शुक्रवार को दिल्ली के रंगपुरी गांव की है, जहां एक शख्स ने अपनी चार बेटियों के साथ जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. सूचना मिलने पर पुलिस ने फ्लैट का ताला तोड़कर शवों को बाहर निकाला। चारों बेटियां विकलांग होने की वजह से चलने-फिरने में असमर्थ थी। डीसीपी रोहित मीना के मुताबिक, वसंत कुंज साउथ पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर जांच शुरू कर दी है। 50 वर्षीय हीरा लाल अपने परिवार के साथ रंगपुरी गांव में किराए के मकान में रहता था। पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी थी। परिवार में 18 साल की बेटी नीतू, 15 साल की निशि, 10 साल की नीरू और आठ साल की बेटी निधि थी। चारों बेटियां विकलांगता के कारण चलने में असमर्थ थीं।
पुलिस ने क्या कहा?
सबूत जुटाने के लिए मौके पर एफएसएल टीम को बुलाया गया। जानकारी के मुताबिक, परिवार ने सल्फास खाकर आत्महत्या की है। पुलिस को इस संबंध में सबूत भी मिले हैं। पुलिस ने हीरा लाल के दिल्ली में रहने वाले बड़े भाई जोगिंदर को घटना की जानकारी दी थी। हालांकि पुलिस को अभी तक सुसाइड नोट नहीं मिला है। एक घर से पांच लाशें मिलने के बाद इस घटना ने बुराड़ी सुसाइड कांड की याद दिला दी है। दरअसल, 1 जुलाई 2018 में बुराड़ी में हुई घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। एक ही परिवार के 11 लोगों ने सुसाइड कर लिया था।
कमरे में सड़ी हुई हालत में मिली लाशें
वसंत कुंज स्थित स्पाइनल इंजरी हॉस्पिटल में कारपेंटर के तौर पर काम करने वाला हीरा लाल पर बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी थी। शुक्रवार को हीरा लाल के फ्लैट से दुर्गंध आने लगी। इस पर सड़क के दूसरी ओर स्थित घर से एक व्यक्ति ने पुलिस को फोन कर दुर्गंध आने की जानकारी दी। जब वसंत कुंज साउथ पुलिस फ्लैट पर पहुंची तो आसपास के लोगों ने बताया कि परिवार कई दिन से दिखाई नहीं दिया है। इस पर पुलिस ने मकान मालिक और अन्य लोगों की उपस्थिति में दरवाजा तोड़ा तो अंदर से भीषण बदबू आनी शुरू हुई। जब पुलिस ने कमरे में प्रवेश किया तो पहले कमरे के बेड पर हीरा लाल का शव पड़ा था। वहीं दूसरे कमरे में चारों बेटियों के शव बिस्तर पर पड़े थे।