संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से 20 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार को दी। इस सत्र में सरकार ‘एक देश एक चुनाव’ पर चर्चा करा सकती है। इसके अलावा कई अहम विधयकों पर भी चर्चा कराई जाएगी।
चीन से बनी सहमति पर विदेश मंत्री देंगे बयान
एलएसी पर लगभग चार सालों से जारी तनाव के बीच चीन से बनी सहमति पर विदेश मंत्री एस जयशंकर संसद में बयान देंगे। इसके अलावा इसी सत्र में जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने संबंधी विधेयक के भी पेश होने के आसार हैं।
वन नेशन वन इलेक्शन पर हो सकती है चर्चा
दो नवंबर को आई सूचना के अनुसार संसद के शीतकालीन सत्र में एक देश एक चुनाव और वक्फ कानून में संशोधन के लिए पेश विधेयक पर चर्चा के आसार हैं। हालांकि, विपक्ष के आक्रामक तेवरों को देखते हुए आगामी शीतकालीन सत्र के काफी हंगामेदार रहने के आसार हैं। सनद रहे कि एक देश एक चुनाव के प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूरी मिल चुकी है।
संयुक्त बैठक का होगा आयोजन
26 नवंबर को संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में विशेष संयुक्त बैठक का आयोजन किया जाएगा। संविधान के महत्व को रेखांकित करने के लिए सरकार ने व्यापक योजना बनाई है। जिसके तहत कई भित्त चित्र का निर्माण, संविधान सभा की बहसों का तकरीबन दो दर्जन भाषाओं में अनुवाद करना और सार्वजनिक मार्च का आयोजन जैसे कार्यक्रम शामिल हैं।