प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी रविवार को जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन (JITO) कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा विभिन्न क्षेत्रों में भारतीयों का शानदार काम और लोगों का उत्साह भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की सबसे बड़ी ताकत है. जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन को उसके इनक्यूबेशन इनोवेशन फंड के सातवें स्थापना दिवस पर लिखित संदेश में मोदी ने ये बात कही. उन्होंने लिखा कि 'भारत के लिए दुनिया भर में जिस तरह का आशावाद और भरोसा देखा जा रहा है, वह देश की ताकत का प्रतिबिंब है.
पीएम मोदी ने जैन समुदाय को सराहा
पीएम मोदी ने कहा, 'भारत अपार संभावनाओं वाला देश है. विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वाले हमारे देशवासियों की भागीदारी और देश को विकसित करने का उनका उत्साह हमारी सबसे बड़ी ताकत है.' प्रधानमंत्री ने प्रौद्योगिकी के उपयोग पर ध्यान केंद्रित करते हुए साल 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है.
जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री ने जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में किए गए जैन समुदाय के कार्यों और प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि विदेशी उत्पादों पर निर्भरता कम करना और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक है।
कई दिग्गज हुए कार्यक्रम में शामिल
पीएम मोदी ने कहा, 'आज का आशावाद और हमारी क्षमताओं में अटूट विश्वास अंतरिक्ष विज्ञान, रक्षा और व्यापार सहित सभी क्षेत्रों तक फैला हुआ है. जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन जैसे संगठनों ने पिछले एक दशक में इन उपलब्धियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो एक आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण में योगदान दे रहा है.'
दो दिवसीय कार्यक्रम में विजय शेखर शर्मा (पेटीएम), आदित पालीचा (जेप्टो) और संजीव बिखचंदानी (इन्फोएज) सहित विभिन्न क्षेत्रों के अग्रणी दिमाग शामिल हुए. इसमें 300 से अधिक एंजल निवेशक, 100 स्टार्टअप, 30 यूनिकॉर्न और कई अंतरराष्ट्रीय निवेशक एक साथ आए, जिससे नेटवर्किंग के बेहतरीन अवसर मिले. जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन की सहायक कंपनी JIIF ने 80 कंपनियों में 200 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है और 25 से अधिक जैन उद्यमियों को इनक्यूबेट किया है.