महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर आज वोटिंग हो रही है। राज्य के कई दिग्गज नेताओं जैसे शरद पवार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उनके पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे, डिप्टी सीएम अजीत पवार और देवेंद्र फड़नवीस की प्रतिष्ठा दांव पर है। वहीं, झारखंड की जनता भी दूसरे चरण में मतदान कर रही है। यहां मुकाबला सत्तारूढ़ इंडिया ब्लॉक और एनडीए के बीच है। राज्य में वोटिंग आज यानी 20 नवंबर सुबह 7 बजे शुरू होगी और शाम 6 बजे खत्म होगी। वहीं, वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
महाराष्ट्र में 11 बजे तक कितनी वोटिंग?
चुनाव आयोग के मुताबिक, महाराष्ट्र में सुबह 11 बजे तक 18.14 प्रतिशत मतदान हुआ है। वहीं, महाराष्ट्र के नांदेड़ लोकसभा उपचुनाव के लिए सुबह 11 बजे तक 12.59% मतदान हुआ है।
हम अच्छे बहुमत से जीतेंगे- नीतीन गडकरी
नागपुर में वोट डालने के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि,' महाराष्ट्र देश का एक प्रगतिशील और समृद्ध राज्य है। इस राज्य में सबसे ज्यादा विदेशी निवेश आता है और यहां कृषि निर्यात भी बढ़ रहा है. यह देश के लिए एक रोल मॉडल राज्य है. एक अच्छी सरकार और अच्छा नेतृत्व महाराष्ट्र का भविष्य बदल सकता है। आज लोकतंत्र का त्योहार है, मैं लोगों से वोट करने और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने की अपील करता हूं। हम महाराष्ट्र में अच्छे बहुमत से जीतेंगे।'
महाराष्ट्र में कौन पार्टी कितने सीटों पर लड़ रही चुनाव?
भारतीय जनता पार्टी 149 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, शिवसेना 81 सीटों पर और अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने 59 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस ने 101 उम्मीदवार, शिवसेना (यूबीटी) ने 95 और एनसीपी (एसपी) ने 86 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। शिवसेना के दोनों उम्मीदवार 50 से अधिक सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ हैं, जबकि 37 निर्वाचन क्षेत्रों में दोनों पवार ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
महाराष्ट्र के चुनाव में कई पार्टियों का भविष्य दांव पर
महाराष्ट्र चुनाव में कई पार्टियों का भविष्य दांव पर है. राकांपा (सपा) सुप्रीमो शरद पवार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, शिव सेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार अपनी-अपनी पार्टियों के लिए लोगों का वोट पाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। शरद पवार ने लोकसभा चुनाव में अजित पवार को बड़ा झटका दिया था, जिनके गुट को चुनाव आयोग ने असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के रूप में मान्यता दी है। उन्हें विधानसभा चुनाव में भी प्रतिद्वंद्वी गुट को हराने का भरोसा है, जबकि अजित पवार अच्छे प्रदर्शन के साथ वापसी की उम्मीद कर रहे हैं। वहीं अगर बात करें शिवसेना के शिंदे और उद्धव गुट की तो इन दोनों ने लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था। ऐसे में जनता पार्टी की विरासत का असली हकदार किसे मानती है, यह अब विधानसभा चुनाव के नतीजों से तय होने की उम्मीद है।