इनपुट-अंशुमान दुबे, लखनऊ
गांधी जयंती के मौके पर टीबी मुक्त हुईं 12 ग्राम पंचायतों के प्रधानों को जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने कलेक्ट्रेट सभागार में सम्मानित किया । सभी 12 ग्राम प्रधानों को गांधी जी की कांस्य की प्रतिमा और प्रमाण पत्र देकर टीबी मुक्त ग्राम पंचायत की घोषणा जिलाधिकारी ने की । माल ब्लॉक की सर्वाधिक पांच ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त हुईं हैं । सम्मानित 12 ग्राम प्रधानों में से पांच महिला ग्राम प्रधान हैं ।
जिलाधिकारी ने सभी ग्राम प्रधानों को बधाई देते हुए कहा कि यह जनपद के लिए खुशी की बात है। प्रधानमंत्री ने देश से टीबी उन्मूलन का लक्ष्य साल 2025 रखा है । इस क्रम में इन 12 ग्राम पंचायतों का टीबी मुक्त होना अहम है लेकिन हमारा लक्ष्य है की जनपद की सभी 491 ग्राम पंचामय टीबी मुक्त हों । गांव देश की इकाई हैं और यदि गांव ही टीबी मुक्त हो जायेंगे तो जनपद भी टीबी मुक्त हो जायेगा । इस क्रम में प्रयास तेज करें । लोगों को टीबी के लक्षणों के प्रति जागरूक करें और अधिक से अधिक संभावित टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग कर टीबी रोग की पुष्टि होते ही उनका इलाज शुरू करें । टीबी स्क्रीनिंग में तेजी लाएं ।
इस मौके पर राज्य क्षय रोग अधिकारी डा. शैलेंद्र भटनागर, जिला क्षय रोग अधिकारी डा. ए. के.सिंघल, उप जिला क्षय रोग अधिकारी डा. रवि देव, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर अभय चंद्र मित्रा, जिला समन्वयक दिलशाद अहमद, पीपीएम समन्वयक रामजी वर्मा, सौमित्र मिश्रख, एसटीएलएस लोकेश कुमार वर्मा एवं राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन इकाई (एन टी ई पी) के सदस्य मौजूद रहे ।
टीबी मुक्त ग्राम पंचायत की प्रक्रिया-
टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के लिए पांच टीमों का गठन कर उन्हें प्रशिक्षण दिया गया | एक टीम में मेडिकल कॉलेज का एक चिकित्सक , मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा नामित एक चिकित्सक और आईएमए का एक चिकित्सक शामिल थे | इन टीमों ने चिन्हित ग्राम पंचायतों का सर्वे किया | सर्वे के बाद 12 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्ति के सूचकांकों पर खरी उतरीं |