केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज यानी गुरुवार को झारखंड के गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान अमित शाह ने कहा हमारा झारखंड पूरे देश में सबसे समृद्ध राज्य है, लेकिन दुर्भाग्य देखिए, झारखंड तो समृद्ध है, झारखंडी गरीब हैं। क्योंकि जेएमएम सरकार ने केंद्र सरकार की योजनाओं में भ्रष्टाचार किया है। मैं आज यहां से वादा करता हूं, आप 20 तारीख को कमल के निशान का बटन दबाइए, हम झारखंड में ऐसे कारखाने लगाएंगे, जिससे यहां का युवा दूसरे राज्य में मजदूरी के लिए नहीं जाएगा।
अमित शाह ने कहा JMM सरकार का ध्यान सिर्फ घुसपैठियों को राज्य में घुसाने पर है। ये घुसपैठिए, झारखंड में आते हैं और हमारी बच्चियों से दूसरी, तीसरी, चौथी शादी करते हैं और उनकी जमीन हड़प लेते हैं। झारखंड वालों, यहां कमल की सरकार बना दो, हम आपसे वादा करते हैं, यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा।
JMM सरकार के साथ झारखंड में घुसपैठियों का भी समय समाप्त होगा। एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुन कर प्रदेश से बाहर भेजने का काम भाजपा करेगी। हम ऐसा कानून लेकर आयेंगे, जिसमें आदिवासी बच्ची के साथ शादी करने से भेंट के माध्यम से आदिवासियों की जमीन आप (घुसपैठिए) हड़प नहीं सकते और जिन्होंने हड़पा है, वो वापस भी करायेंगे।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा झारखंड ने वर्षों तक नक्सलवाद को झेला है। नक्सलवादियों ने झारखंड को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मोदी जी ने झारखंड को 10 साल में नक्सलवाद से मुक्त कराने का काम किया है। छत्तीसगढ़ में जो बचा कुचा नक्सलवाद है, 2026 से पहले हम उसे भी समाप्त करेंगे। हम 2026 तक 'नक्सल मुक्त भारत' बनाएंगे।
शाह ने कहा सोनिया जी को अपने बेटे को लांच करने का बड़ा शौक है। सोनिया जी ने 20 बार राहुल नाम का प्लेन लांच किया, लेकिन लैंड ही नहीं होता है। ये प्लेन, 20 बार क्रैश हो चुका हैं और 21वीं बार भी देवघर एयरपोर्ट पर ये प्लेन क्रैश होने वाला है।
हेमंत बाबू पूछते हैं कि सहारा के पैसों का क्या हुआ? हेमंत बाबू और राहुल बाबा, सबसे पहले ये बताइए कि सहारा का पैसा जब डूबा, तब केंद्र में सरकार किसकी थी, यूपी में सरकार किसकी थी और आज हेमंत बाबू अखिलेश और कांग्रेस के साथ बैठे हैं। लेकिन मैं आज वादा करता हूं, जिनका भी पैसा सहारा में फंसा है, हम उन लोगों की एक-एक पाई वापस करेंगे।
पीएम मोदी जी ने देश को सुरक्षित किया, देश को समृद्ध किया। मनमोहन सिंह जी, देश के अर्थतंत्र को 11वें नंबर पर छोड़ कर गए थे। मात्र 10 साल में पीएम श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के अर्थतंत्र को 5वें नंबर पर लाने का काम किया है। वर्ष 2027 तक देश का अर्थतंत्र दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा अर्थतंत्र होगा।