भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को ASEAN के दौरान कई देशों के अपने समकक्षों के साथ अन्य नेताओं से महत्वपूर्ण मुलाकात और द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान विदेश मंत्री ने तुर्की के अपने समकक्ष हकन फिदान से भेंट की। द्विपक्षीय संबंधों पर दोनों नेताओं ने चर्चा की तथा क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा किया। दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) की बैठकों में शामिल होने के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर अभी लाओस की राजधानी वियनतियाने में हैं।
जयशंकर ने X पर पोस्ट किया कि, "वियनतियाने में आसियान की बैठकों के इतर तुर्किये के विदेश मंत्री हकन फिदान के साथ मुलाकात की। हमाने द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की और क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।" विदेश मंत्री जयशंकर शुक्रवार को रूस, यूरोपीय संघ, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, लाओस, ब्रुनेई और न्यूजीलैंड के नेताओं से मिलें थे और द्विपक्षीय सहयोग के अलग-अलग आयामों पर चर्चा की थी।
रूसी विदेश मंत्रालय ने दोनों नेताओं की एक तस्वीर शेयर करते हुए X पर एक पोस्ट में लिखा कि, "रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव व भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने आसियान कार्यक्रम के इतर मुलाकात की।" एस. जयशंकर ने दक्षिण कोरिया के अपने समकक्ष के संग द्विपक्षीय बैठक की और विशेष रणनीतिक साझेदारी पर व्यापक वार्ता की।
जयशंकर ने किया पोस्ट
जयशंकर ने X पर कहा कि, "वियनतियाने में दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो टेयुल से मुलाकात कर खुशी हुई। विशेष रणनीतिक साझेदारी पर व्यापक बातचीत हुई। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हमारा साझा दृष्टिकोण सहयोग के नए रास्ते भी खोल रहा है।" एस. जयशंकर ने यूरोपीय संघ के विदेश मामलों और सुरक्षा नीति के उच्च प्रतिनिधि (यूरोपीय आयोग) के उपाध्यक्ष जोसेप बोरेल से भी भेंट की।
उन्होंने कहा कि, "जोसेफ बोरेल से व्यापार, स्वच्छ ऊर्जा अपनाने और उन्नत प्रौद्योगिकियों में साझेदारी बढ़ाने के लिए भारत और यूरोपीय संघ की क्षमता के बारे में बात की है। क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत-यूरोपीय संघ संबंधों को मजबूत करने के लिए बोरेल के समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।"