केरल के वायनाड में कुदरत के कहर से अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। कई गांव जलमग्न हो गए हैं, कई लोग अपने घर से बेघर हो चुके हैं। वायनाड में हुई भूस्खलन को लेकर अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा को संबोधित किया है। गृहमंत्री ने कहा कि, आपदा के इस समय में सरकार केरल के साथ है। केंद्र सरकार की ओर से केरल सरकार को लैंडस्लाइड को लेकर पहले अलर्ट किया गया था। मगर चेतावनी देने के बाद भी केरल सरकार ने वार्निंग पर गंभीरता नहीं दिखाई। राज्य सरकार की लापरवाही के कारण इतने लोगों की जान गई है। चेतावनी के बावजूद केरल सरकार ने वहां से लोगों को नहीं हटाया। केरल सरकार ने हमारी चेतावनी को नजरअंदाज किया है
बता दें कि, केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन से आयी भयंकर तबाही में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 158 हो गई है। केरल राज्य राजस्व विभाग ने मंगलवार के अनुसार, भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 148 थी। पैरा रेजिमेंटल ट्रेनिंग के कमांडेंट ब्रिगेडियर अर्जुन सीगन ने कहा कि, अब तक 150 मौतें दर्ज की गई हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में करीब 250 लोगों को बचाया गया है।''
मंगलवार को भूस्खलन से प्रभावित वायनाड जिले के चूरलमाला में खोज और बचाव अभियान में एक डॉग स्क्वाड भी शामिल किया गया है। बात दें कि, 30 जुलाई की सुबह केरल के मेप्पडी पंचायत के पहाड़ी इलाकों में दो बड़े भूस्खलन हुए, जिनमें मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं।