जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर एक दिवसीय दौरे पर सुपौल के किशनपुर पहुंचे. प्रशांत किशोर ने यहां किशनपुर हाई स्कूल मैदान परिसर में आयोजित कार्यक्रम में जनता को संबोधित किया.
इस दौरान प्रशांत किशोर ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था और जातिवाद पर बात करते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव अकेले नहीं हैं जो जाति की राजनीति करते हैं.
उन्होंने कहा कि, बिहार में आज कोई पंडित का नेता है, कोई कुशवाहा का नेता है, कोई राजपूत तो कोई भूमिहार का नेता है. आज जो जिस जाति का नेता है वो जाति की राजनीति नहीं कर रहा है बल्कि नेता तो अपने और अपने परिवार की राजनीति कर रहा है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को एक तरह से सही बताया.
उन्होंने कहा कि बिहार में जैसे लालू यादव अपने बच्चों की चिंता कर रहे हैं वैसे ही आप भी अपने बच्चों की चिंता कीजिए. आप अपने जात वालों को वोट करते हैं कीजिए इसमें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन उसका हक लीजिए. आप अपने जात वालों को दूध 50 रुपये का बेचते हैं तो उनसे पैसे लेते हैं. इतना ही नहीं धान-गेहूं भी बेचते हैं तो अपनी जाति वालों से पैसे लेते हैं.
पीके ने आगे कहा कि, जब दूध मुफ्त में नहीं बेचते हैं तो लाखों के वोट जात वालों को मुफ्त में क्यों दे रहे हैं? वोट मुफ्त में नेता को देंगे तो वो और उनके परिवार के लोग हेलीकॉप्टर से चलेंगे और आपके लड़के के पास चप्पल भी नहीं होगा. ये लिख कर रख लीजिए. पीके के मुताबिक, देश में 80% हिंदू हैं. अगर 37% वोट आया तब आधे से अधिक हिंदुओं ने बीजेपी को नहीं स्वीकारा.
पीके ने कहा, "जाति मानने वाले, अंबेडकरवादी, कम्युनिस्ट और पुराने समाजवादी हिंदू बीजेपी के खिलाफ हैं. अगर इन चार हिंदुओं के साथ आप गठजोड़ कर लें तो आप हो जाएंगे 70, बीजेपी होगी 30 और यही हथियार है. प्रशांत किशोर ने बताया कि यही चुनावी लड़ाई का शस्त्र है, जिसे वह बिहार में बनाने की कोशिश कर रहे हैं.