उत्तर प्रदेश के बरेली में एक सरकारी स्कूल में टीचर के नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। जिसका एक वीडिका भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। स्कूल के अंदर प्रिंसिपल नमाज पढ़ते हुए दिखे है। स्कूल के बच्चों का आरोप है कि प्रिंसिपल पहले स्कूल के अंदर खुले में नमाज़ पढ़ते थे। इस वीडियो के सामने आते ही हड़कंप मच गया और हिंदू संगठनों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। अब शिक्षा विभाग और पुलिस प्रशासन ने वीडियो का संज्ञान लेकर जांच शुरू कर दी है। ये मामला बुधवार (16 अप्रैल) का है।
यह घटना आंवला थाना क्षेत्र के ग्राम रसूला स्थित प्राथमिक विद्यालय की है, स्कूल के कुछ छात्रों ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब प्रिंसिपल स्कूल के भीतर नमाज अदा कर रहे थे। उनका कहना है कि अक्सर कक्षा के समय में ही वे क्लासरूम में बैठकर नमाज पढ़ते हैं, जिससे अन्य छात्रों की पढ़ाई बाधित होती है और शैक्षणिक वातावरण पर असर पड़ता है।
वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग और पुलिस प्रशासन हरकत में आई और मामले की जांच शुरू कर दी गई। थाना आंवला की पुलिस टीम और बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने स्कूल का दौरा किया और छात्रों, शिक्षकों तथा ग्रामीणों से पूछताछ की।
इस घटना पर हिंदू युवा नेता हिमांशु पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो साझा किया और सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने लिखा, “शिक्षा के मंदिर में धार्मिक गतिविधियां अनुचित हैं और यह बच्चों की सोच को प्रभावित कर सकती हैं।” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि यदि कोई हिंदू शिक्षक स्कूल में यज्ञ या पूजा की बात करता है, तो उस पर तुरंत कार्रवाई होती है, लेकिन इस तरह की घटनाओं में प्रशासन चुप क्यों रहता है।
फिलहाल, बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रिंसिपल को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है और जांच पूरी होने के बाद विभागीय कार्रवाई की बात कही है। प्रशासन इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने का दावा कर रहा है, ताकि स्कूल के अनुशासन और शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित करने वाले तत्वों पर उचित कार्रवाई की जा सके।