झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की आयु को लेकर भाजपा ने उनपर करारा हमला बोला है। दरअसल, सोरेन ने जो शपथ पत्र दाखिल किया है, उसके अनुसार उनकी आयु 5 वर्ष के अंतराल में ही 7 वर्ष बढ़ गई है। इस पर बीजेपी ने सवाल किया है कि आखिर वह 5 सालों में 7 साल कैसे बड़े हो गए?
जेएमएम ने क्या कहा?
जेएमएम के नेता मनोज पांडेय ने कहा कि हमारी पार्टी कुछ नहीं छिपाती है। सारे दस्तावेज दिए हैं। जब दस्तावेज दिए तो रिटर्निंग ऑफिसर चुप बैठे थे और अब भारतीय जनता पार्टी हार को देखकर साजिश कर रही है। हम फर्जी लोग नहीं हैं। भाजपा के कई नेता दस्तावेज में फर्जी डिग्री डालते हैं। फर्जीवाडा बीजेपी को शोभा देती है, हमें नहीं।
बीजेपी ने पूछा सवाल
दरअसल, साल 2019 में हेमंत के नामांकन पत्र में उनकी उम्र 42 साल बताई गई थी, लेकिन इस साल उनकी उम्र 49 साल बताई गई है। बीजेपी का कहना है कि अब तो सोरेन ही बता सकते हैं कि 2019 में उनकी उम्र सही थी या 2024 में उन्होंने जो उम्र दाखिल की है। अगर 2024 में उनकी उम्र सही है तो इसका मतलब है कि उन्होंने 2019 का विधानसभा चुनाव गलत शपथनामे पर जीता था। और अगर ऐसा है तो फिर इसका जिम्मेदार कौन है?
बाबूलाल मरांडी ने क्या कहा?
झारखंड बीजेपी के सह प्रभारी हिमंत सरमा ने कहा है कि मैं तो कहता हूं कि सोरेन का नामांकन रद्द नहीं होना चाहिए। जनता ही उनको हराएगी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन हमेशा ऐसे ही करते हैं। चुनाव आयोग से हमने कहा है कि ये गलत है। एफिडेविट को तो कम से कम ठीक से रखना चाहिए।