दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि उनका मुख्यमंत्री आवास का अलॉटमेंट रद्द कर दिया गया है। आतिशी ने कहा कि यह दूसरा मौका है, जब उन्हें उनके आधिकारिक आवास से बाहर किया गया है। इसके बाद बीजेपी ने भी पलटवार किया और आरोपों को नकारा।
CM आतिशी का बयान
आतिशी ने एक बयान में कहा, "आज दिल्ली चुनाव की तारीख घोषित की गई है, और इसके ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने मेरे आधिकारिक आवास को तीन महीने में दूसरी बार रद्द कर दिया है। यह आवास मुझे मुख्यमंत्री के रूप में अलॉट किया गया था, लेकिन मुझे अचानक बाहर कर दिया गया।"
BJP नेता की प्रतिक्रिया
बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सीएम आतिशी के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "आतिशी के झूठे आरोपों का पर्दाफाश किया जा रहा है। पहले तो, उन्हें बेदखल नहीं किया गया है। दूसरा, वह 'शीश महल' (मुख्यमंत्री आवास) में कभी नहीं गईं, जो 11 अक्टूबर 2024 को उन्हें आवंटित किया गया था।"
आवास के मुद्दे पर BJP का जवाब
अमित मालवीय ने आगे कहा कि आतिशी को पहले से ही मथुरा रोड पर स्थित एक आधिकारिक आवास उपलब्ध है और उन्हें दो अन्य आलीशान बंगलों की पेशकश की गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि शीश महल का आवंटन इस वजह से रद्द किया गया, क्योंकि आवंटन के एक सप्ताह के भीतर उसे स्वीकार करने की शर्त थी, लेकिन तीन महीने तक उन्होंने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
CBI जांच का जिक्र
बीजेपी नेता ने यह भी कहा कि शीश महल का निर्माण भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत सीबीआई और ईडी की जांच के दायरे में है, और कैग की रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि आतिशी ने जांच में सहयोग करने से इंकार किया, और जानबूझकर आवास को स्वीकार नहीं किया।
सीएम आतिशी और बीजेपी के बीच इस मुद्दे पर तीखी बयानबाजी जारी है, और यह विवाद चुनावी मौसम में और भी तूल पकड़ सकता है।