सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के सम्मान में आज विदाई समारोह का आयोजन किया गया था। इस दौरान, उन्होंने कहा कि हम सभी यहां यात्रियों की तरह हैं, जो कुछ समय के लिए आते हैं, अपना काम करते हैं और फिर चले जाते हैं। अदालत के रुप में यह संस्थान हमेशा चलता रहेगा और इसमें विभिन्न विचारों वाले लोग आते रहेंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरे बाद न्यायमूर्ति खन्ना इस संस्थान को मजबूती और गरिमा के साथ आगे बढ़ाएंगे।
सनद रहे कि सीजेआई चंद्रचूड़ रविवार को अपने पद से मुक्त हो जाएंगे। किंतु, 9 और 10 तारीख को शनिवार एवं रविवार को अदालत की छुट्टी रहेगी। इसलिए, उनके सम्मान में विदाई समारोह आज ही आयोजित किया गया था।
सीजेआई ने क्या कहा?
विदाई समारोह के अवसर पर सीजेआई ने कहा कि रात को मैं सोच रहा था कि दोपहर दो बजे अदालत खाली होगा और मैं स्क्रीन पर स्वयं को देख रहा होउंगा। आप सभी की मौजूदगी से मैं अभिभूत हूं। उन्होंने कहा कि जब मैं छोटा था, तब सुप्रीम कोर्ट में आकर यहां की कार्यवाही और अदालत में लगी दो तस्वीरों को देखता था। उन्होंने कहा कि बॉम्बे हाईकोर्ट में भी न्यायमूर्ति चागला का बहुत प्रभाव था। सनद रहे कि दस नवंबर को न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की सेवानिवृति के बाद न्यायमूर्ति संजीव खन्ना उनका स्थान लेंगे।
मैं माफी मांगता हूं
सीजेआई ने कहा कि मैं आज बहुत कुछ सीखा हूं। कोई भी मामला पहले के मामले जैसा नहीं होता। अगर अदालत में किसी कोई तकलीफ पहुंची हो तो मैं विनम्रतापूर्वक माफी मांगता हूं। सीजेआई ने कहा कि आप सभी का दिल से धन्यवाद, आप इतनी बड़ी संख्या में यहां आए। इसके लिए मैं सदा आभारी रहूंगा।