महाराष्ट्र के नासिक जिले में धर्मयोद्धा श्री सुरेश चव्हाणके जी ने कई नोटिसों के बाद आज येवला में उपस्थित जनता का कार्यक्रम में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि, येवला आज मालेगांव बन चुका है, ये हिन्दुस्थान को पता होना चाहिए। पिछले 24 घंटे की गतिविधि को देख कर लगता है कि यहाँ निजाम का शासन है। घुसपैठियों को देश से बाहर करने के लिए यह सभा थी, जिस पर रोक लगाया गया।
उन्होंने कहा कि, इस अभियान का उद्देश कानूनी तरीके से ग़ैरकानूनी लोगों को बाहर निकालना है। और जनता NRC लाना है। हम कोई ग़ैरकानूनी या आपराधिक कार्यक्रम नहीं कर रहे हैं। हमारा दुश्मन घूसखोर है, घुसपैठिया है। भगवा कपड़ा पहनने वाला कभी आतंकवादी नहीं हो सकता है।
येवला में आयोजित कार्यक्रम में डॉ सुरेश चव्हाणके जी ने लोगों को संबोधित किया। इस देश में वर्तमान में 10 करोड़ लोग रह रहे हैं। उन्होंने बांग्लादेश के घुसपैठियों को महाराष्ट्र सहित देश के बड़े-बड़े शहरों में बसाने का रेट कार्ड का जिक्र किया। सुदर्शन न्यूज ने पहले भी सबूत के साथ इस दलालों के इस रेट कार्ड को अपने खबर में दिखाया था।
श्री सुरेश चव्हाणके जी ने कहा कि, अब पैसे लेकर नागरिकता दी जा रही है। ऐसे में आज ऐसा कोई घुसपैठिया नहीं है जिसके पास आज आधार कार्ड नहीं है। सुदर्शन न्यूज ने पिछले ढाई वर्षों में जो लड़ाई लड़ी उसका परिणाम है कि, आधार कार्ड अब नागरिकता प्रमाण पत्र नहीं है। हमारा देश बिक रहा है, जिसके लिए हमारे पूर्वजों ने बलिदान दिया।
श्री सुरेश चव्हाणके जी ने गुरुवार को निकालने वाली रैली पर प्रशासन द्वारा रोक लगाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, "मैं आज वचन देता हुँ, हम महाराष्ट्र को तो घुसपैठियों से मुक्त कराएंगे ही मगर येवला को घुसपैठियों से पहले मुक्त कराएंगे। हम जख्मी शेर हैं और ज्यादा खतरनाक है, इसलिए हम पलट कर वार करेंगे। आज येवला के इस जगह कार्यक्रम होने से हमें रोकने वालों का दाव उल्टा पड़ गया।" इसके बाद उन्होंने जनजागरण के लिए शुरू हुई 'शिवप्रेरणा यात्रा' के बारे में विस्तार से बताया। और जनता nrc लाने के लिए लोगों के साथ मिल कर शपथ लिया।