त्रिपुरा रेलवे पुलिस ने पिछले 1.5 वर्षों में विभिन्न रेलवे स्टेशनों ओर चलती ट्रेनों से 434 अवैध अप्रवासियों को हिरासत में लिया है। एसपी सरकारी रेलवे पुलिस जीआरपी अमिताभ पॉल ने कहा कि, 2023 में राज्य के छह पुलिस स्टेशनों पर तैनात जीआरपी अधिकारियों ने 294 अवैध अप्रवासियों घुसपैठियों को गिरफ्तार किया, जिनमें से 76 रोहिंग्या थे, जबकि बाकी बांग्लादेशी नागरिक थे। वर्तमान वर्ष में अब तक 140 अवैध अप्रवासियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से सिर्फ तीन व्यक्तियों की पहचान रोहिंग्या के रूप में की गई है। एएनआई को दिए बयान में उन्होंने आगे बताया कि, अवैध अप्रवासी मूल रूप से दो प्रकार के होते हैं बांग्लादेशी नागरिक और रोहिंग्या मुस्लिम ।
त्रिपुरा को बनाते है कारिडोर
बता दें कि पुलिस की कार्रवाई केवल बांग्लादेशी नागरिकों तक ही सीमित नहीं थी, अवैध घुसपैठ को बढ़ावा देने वाले सीमा दलालों को भी बड़ी संख्या में दबोचा था। जीआरपी एसपी ने बताया कि पिछले साल 51 भारत के ही सीमा दलालों को गिरफ्तार किया गया था और इस साल अब तक ऐसे 26 घराये है। पिछले साल हिरासत के संबंध में दर्ज किए गए मामलों की संख्या 78 थी, वहीं इस साल मामलों की संख्या 28 है। पॉल ने कहा कि अवैध अप्रवासी त्रिपुरा को कारिडोर के रूप में इस्तेमाल करते हैं और यहां से देश के बड़े शहरों में जाते हैं।
बड़ी मात्रा में अवैध ड्रग जब्त
गिरफ्तार किए गए लोगों की गवाही पर गौर करें तो, वे आम तौर पर काम की तलाश में सीमा पार करते हैं। वे पैसे कमाने के लिएकूड़ा बीनने, मजदूरी जैसे कई प्रकार के छोटे मोटे काम करते हैं। कुछ मामलों में उनके रिश्तेदार जो बड़े शहरों में काम करते हैं वे भी उन्हें बसने में मदद करते हैं। अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के अलावा त्रिपुरा की जीआरपी इकाई ने बड़ी मात्रा में अवैध दवाएं भी जब्त की है।
अमिताभ पॉल ने जानकारी दी कि, 2023 में हमने 239 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ 36 मामले दर्ज किए। वहीं 2024 में 150 ड्रग तस्करों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस साल मामलों की संख्या 63 है। 2,300 किलोग्राम से अधिक गांजा, 8,000 बोतल प्रतिबंधित कफ सिरप और 314 ग्राम हेरोइन जब्त की गई। हाल ही में शस्त्र अधिनियम के तहत ट्रेन में पिस्तौल ले जाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था।