उत्तर प्रदेश के हरिगढ़ से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है, जिसको जानने के बाद आप दुकान से थैली वाला आटा खरीदने से पहले सौ बार सोचेंगे। पंचवटी गोल्ड फ्लोर के नाम का एक आटे का ब्रांड हिंदुओं के खिलाफ नफरत की दुकान चल रहा था। एक ब्रांड जिसका नाम शुद्ध संस्कृत में है और उस आटा चक्की को चलाने वाले का नाम है अरशद शाह।
अरशद शाह अपने ब्रांड के नाम से तो लोगों को धोखा दे रहा था। इनका मेन टारगेट हिन्दू ही था। धोखा सिर्फ नाम में ही नहीं है बल्कि, वह आटे में पिसे हुए पत्थर भी मिला रहा था। जो इस आटा का उपयोग करने वालों को लाइलाज बीमारियां फ्री में दे रही थी। हिंदुओं के साथ इस जानलेवा फर्जीवारे को जानकर विश्वास नहीं हो रहा है कि, क्या कोई रोटी बनाने वाले आटे में भी ज़हर मिला सकता है?
क्या है पूरा मामला ?
यूपी के हरिगढ़ जिले में अरशद शाह केके इंडस्ट्रीज के नाम से आटा मील चला रहा है। अरशद की फैक्ट्री में 'पंचवटी गोल्ड फ्लोर' नाम से आटा तैयार करता है। 'पंचवटी' शब्द हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ रामायण से जुड़ी है। भगवान श्रीराम से संबंधित इस नाम से एक मुस्लिम व्यापारी का मकसद हिंदुओं को धोखा देकर अपनी फैक्ट्री को मुनाफा कमाना है। इस मकसद में अरशद ने सफलता पाई भी मगर हराम की कमाई कब तक फलती-फूलती? अरशद शाह की लालच की भूख इतने तक ही नहीं रुकी तो उसने और ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए आटे में इतना घातक मिलावट करना शुरू कर दिया, जो लोगों के लिए जानलेवा है।
पत्थर का आटा, स्वास्थ्य को घाटा
अरशद शाह की पंचवटी में खाद्य विभाग दल का आगमन होते ही जैसे भूचाल आ गया। उत्तर प्रदेश के हरिगढ़ जिले में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की टीम आटा तैयार करने वाली केके इंडस्ट्रीज़ की फैक्ट्री में गुरुवार को पहुंची। टीम ने जो वहाँ जांच में पाया उसे देखकर दंग रह गई। फैक्ट्री में पंचवटी ब्रांड के आटे में सेलखड़ी (पत्थर का चूना) मिलाया जा रहा था। इसके बाद वहां 1200 किलो आटा बरामद कर फैक्ट्री को सील कर दिया गया। साथ ही मिलावट के लिए रखे 400 किलो ग्राम सेलखड़ी को भी बरामद किया।
FSDA के सहायक आयुक्त अजय जायसवाल ने बताया कि, "अलीगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र में 'पंचवटी फ्लोर ब्रांड' नाम से आटा बेचने वाली एक मिल पर वरिष्ठ जिला अधिकारियों को सूचना मिलने के बाद छापा मारा गया है। हम कारखाने के मालिक के विरुद्ध आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि, बाजार से पंचवटी आटे के ब्रांड के पूरे स्टॉक को वापस मंगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
बीजेपी विधायक ने उठाई मांग
फैक्ट्री सील होने पर हरिगढ़ के कोल विधायक अनिल पाराशर ने प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रोपराइटर का नाम उसकी फर्म के साथ रहने वाले फैसले को सही ठहराया, जिसपर अभी सुप्रीम कोर्ट की रोक लगी हुई है। अरशद की पंचवटी को लेकर हिंदूवादी संगठन भी आक्रोश में आ गए हैं। उनका सवाल है कि आखिर एक मुस्लिम पंचवटी नाम से क्यों आटा तैयार कर रहा था?