मध्य प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) ने खंडवा जिले से प्रतिबंधित संगठन- इंडियन मुजाहिदीन (IM) से जुड़े आतंकी फैजान शेख को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ में फैजान ने कई बड़े खुलासे किए है. फैजान ने इंटरनेट मीडिया पर जिहादी पोस्ट भी की थीं.
सिमी आतंकियों के एनकाउंटर का बदला लेना चाहता था फैजान
बता दें कि मध्य प्रदेश एटीएस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई में खंडवा जिले से प्रतिबंधित संगठन- इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े आतंकी फैजान को गिरफ्तार किया है. फैजान खुद को बड़ा मुजाहिद साबित करना चाहता था. उसने इंटरनेट मीडिया पर जिहादी पोस्ट भी की थीं.
फैजान शेख बनना चाहता था अबू फैजल जैसा
फैजान ने कई चौंकाने वाले खुलासे भी किए हैं. फैजान ने बताया कि वह यासीन भटकल के भटकल गांव पठानकोट भी जा चुका था. उसका पुलवामा भी जाने का इरादा था, लेकिन कड़ी सुरक्षा की वजह से वह जम्मू से ही वापस लौट गया था. फैजान को पांच दिन की रिमांड पर लिया गया है. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वो आतंकी अबू फैजल जैसा बनना चाहता था.
उसने बताया कि वह भोपाल जेल ब्रेक के बाद एनकाउंटर में मारे गए सिमी के आठ आतंकियों की मौत का बदला लेना चाहता था. प्रतिबंधित आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (IM) का आतंकी फैजान एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों के परिवार की आर्थिक मदद भी करता था.
कंजर मोहल्ला से किया था गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार, फैजान को खंडवा के कंजर मोहल्ला से 4 जून को गिरफ्तार किया गया था, जिसे सिमी का गढ़ माना जाता है. आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) को छापे के दौरान फैजान के कब्जे से सिमी संगठन के सदस्यता फॉर्म बरामद हुए. इसके अलावा कई आतंकी संगठनो के साहित्य, 4 मोबाइल फोन, 1 पिस्टल और 5 जिंदा कारतूस भी बरामद किए थे.
जानिए कौन थे एनकाउंटर में मारे गए सिमी आतंकी?
साल 2016, 30 अक्टूबर की दरमियानी रात भोपाल सेंट्रल जेल में बंद सिमी से जुड़े आठ आतंकी और एक हेड कांस्टेबल का गला रेत कर फरार हो गए थे. बताया जा रहा है कि घटना के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया था.
फिर 31 अक्टूबर की सुबह पुलिस ने उन्हें जेल से 10 किलोमीटर दूर अचारपुरा-ईंटखेड़ी की पहाड़ियों पर घेर लिया था. भोपाल लोकल पुलिस, सीटीजी और एसटीएफ की टीमों ने मिलकर आठों आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था. मारे गए आतंकी मुजीब शेख, अब्दुल माजिद, खालिद, अकील खिलची, जाकिर, सलीक उर्फ सल्लू, महबूब गुड्डू और अमजद थे.