उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में BSP के पूर्व MLC हाजी इकबाल के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है. दरअसल, ED ने मोहम्मद इकबाल की बनाई हुई अवैध यूनिवर्सिटी को जब्त कर लिया है. बताया जा रहा है कि हाजी इकबाल बीते कई महीनों से फरार है माना जाता है कि वह अरब देशों में कहीं छिपा हुआ है. इस यूनिवर्सिटी का जिम्मा उसके भाई और बेटों पर था.
जानकारी के अनुसार, मनी लॉन्ड्रिंग केस में जांच एजेंसी ने एक अनंतिम कुर्की आदेश जारी किया था, इसके बाद 121 एकड़ जमीन और ग्लोकल यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग को जब्त कर लिया गया है. प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान में कहा कि ये संपत्तियां अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर दर्ज हैं, इन पर मोहम्मद इकबाल और उनके परिवार के सदस्यों का कंट्रोल था.
मोहम्मद इकबाल, ट्रस्ट और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ की गई ये कार्रवाई अवैध खनन मामले से जुड़ी है. ईडी के अनुसार, पूर्व एमएलसी फरार है. माना जा रहा है कि वह दुबई में है. मोहम्मद इकबाल के चार बेटे हैं. बेटों और भाई के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं, जो जेल में बंद हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि BSP के पूर्व MLC हाजी इकबाल ने शुरुआत में खनन का कारोबार किया जिससे उसकी किस्मत बदल गई. देखते ही देखते उसने हजारों करोड़ की संपत्ति इकट्ठा कर ली. सरकार चाहे किसी की भी रहे लेकिन हाजी का इकबाल हमेशा बुलंद रहा. एक वक्त था जब हाजी के दरबार में मंत्री-विधायक समेत बड़े-बड़े अफसर सिर झुकाए खड़े मिलते थे.
इसी दौरान हाजी इकबाल ने मिर्जापुर इलाके में लोगों को डरा धमकाकर खरीदी गई करीब 121 एकड़ जमीन पर एक अलीशान यूनिवर्सिटी बनाई थी. ग्लोकल यूनिवर्सिटी शुरू से ही विवादो में रही है क्योंकि इसे बरसती नदियों पर कब्जा करके अवैध तरीके से बनाया गया था.
बता दें कि 2017 में चुनाव हारने के बाद से ही हाजी के बुरे दिन शुरू हो गए. हाजी इकबाल उसका छोटा भाई महमूद अली और इकबाल के चारों बेटों, रिश्तेदारों और सहयोगियों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया. हाजी इकबाल उनके सहयोगियों परिजनों पर अवैध खनन करवाने, मनी लॉन्ड्रिंग, डरा धमकाकर जमीनों पर कब्जा करने के साथ-साथ दुष्कर्म के आरोप भी लगे. हाजी इकबाल को पुलिस ने गैंग लीडर बना दिया. हाजी इकबाल देश छोड़कर फरार हो गया, यूपी पुलिस ने हाजी के छोटे भाई महमूद अली और हाजी इकबाल के बेटों और रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया लेकिन हाजी इनके हत्थे नही चढ़ सका.