शिवसेना नेता किरण पावस्कर ने विपक्षी गठबंधन पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि महा विकास आघाडी (MVA) के सहयोगियों की रुचि केवल सत्ता में है. उनमें से हर एक के पास मुख्यमंत्री पद के लिए दो से तीन दावेदार हैं.
उन्होंने कहा कि एमवीए के सहयोगी दल शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राकांपा (एसपी) अब इसका श्रेय लेने की होड़ में हैं. पावस्कर ने कहा कि, हर पार्टी में शीर्ष पद के लिए दो-तीन दावेदार हैं. इससे पता चलता है कि एमवीए दलों का लोगों की चिंताओं से नहीं बल्कि सत्ता से लगाव है.
पावस्कर ने दावा किया कि कांग्रेस और राकांपा ने मिलकर 22 सीटें जीती हैं, वो शिवसेना (यूबीटी) को धोखा देंगे, जिसे नौ सीटें मिली हैं. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार मुस्लिम वोटों की मदद से जीते हैं, जबकि मराठी लोगों ने पार्टी को नजरअंदाज किया.
उन्होंने कहा कि इस तथ्य को शिवसेना (यूबीटी) को स्वीकार करना चाहिए. महाराष्ट्र में आम चुनावों में एमवीए की जीत से उत्साहित उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि यह केवल एक शुरुआत है और विपक्षी गठबंधन राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखेगा.
नागपुर में बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि लोकसभा चुनाव में एमवीए और सत्तारूढ़ गठबंधन के बीच वोटों का अंतर महज 0.3 प्रतिशत था. उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में लोग बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को वोट देंगे, क्योंकि वो जानते हैं कि एमवीए को सत्ता देने से नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा राज्य में चलाई जा रही कल्याणकारी परियोजनाएं रुक जाएंगी.