लोकसभा चुनाव दहलीज पर है. वहीं इस बीच बीजेपी की रणनीति को लेकर केंद्रीय मंत्री ने बड़ा बयान दिया है. एक निजी संस्थान से बातचीत में उन्होंने कहा कि ,इस बार मेरी कोशिश है कि मैं 5 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल करूं. यहां कुल 22.5 लाख के आसपास वोटर हैं. गडकरी ने बीजेपी के 400 पार के वादे पर अपनी बात रखी. हम निश्चित रूप से इस लक्ष्य तक पहुंचेंगे.
दक्षिण के राज्यों को लेकर उन्होंने कहा कि, कर्नाटक में हम अच्छा करेंगे. तमिलनाडु और केरल में इस बार हम अच्छा करेंगे. वहीं जब उनसे नागपुर सीट से उम्मीदवारों में देरी पर पूछा गया तो गडकरी ने कहा कि जब महाराष्ट्र की बारी आई तो उसमें मेरे नाम का भी ऐलान हुआ. महाराष्ट्र में तीन लोगों के बीच में गठबंधन है, ऐसे में सब कुछ तय होने के बाद उम्मीदवारों का ऐलान हुआ.
उन्होंने कहा कि, विपक्षी दलों की ओर से लोकतंत्र पर खतरे के आरोप पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. देश दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं. जहां तक एजेंसियों के दुरुपयोग की बात है तो वो अपना काम करती हैं और कानून अपना काम करता है. किसी की ओर से कोई दबाव डालकर काम नहीं करवाया जा रहा है. विपक्ष का आरोप बेबुनियाद है.
वहीं कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज करने के आरोपों पर गडकरी ने कहा कि वो इनकम टैक्स ने किया है. कुछ कमियां होंगी उनको उसका जवाब देना चाहिए. उससे सरकार का कोई लेना-देना नहीं है. कांग्रेस बेबुनियाद आरोप लगाती है. उन्हें एजेंसी के सामने अपनी बात रखनी चाहिए. राजनीति में एक दूसरे के विरोधी होते हैं दुश्मन नहीं.
वहीं इलेक्टोरल बॉन्ड और कंपनियों की ओर से मिले चंदे पर भी गडकरी ने जबाव दिया. उन्होंने कहा कि कंपनियों ने सभी पार्टियों को चंदा दिए हैं. यह मामला कोर्ट में है तो इस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. महाराष्ट्र में अशोक चव्हाण पर लगे आरोपों पर गडकरी ने कहा कि राजनीति में पार्टी में लोग आते हैं और जाते हैं.
उन्होंने कहा कि, राजनीति जब इस प्रकार के मोड़ पर जाती है तो नेताओं का आना-जाना लगा रहता है.
वहीं उद्धव ठाकरे के आमंत्रण पर गडकरी ने कहा कि कौन क्या कहता है उस पर मैं नहीं जाता. जब तक राजनीति में रहूंगा तब तक अपने सिद्धांत और निष्ठा के साथ काम करूंगा. बीजेपी मेरी पार्टी है और उसके लिए मैं पूरी निष्ठा से काम करते रहूंगा.