हरिगढ़ के भाजपा कार्यालय पर आयोजित सदस्यता अभियान में उत्तर प्रदेश सरकार में गन्ना मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने प्रेस को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला.
चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि, हमारे यहां बरसाने में रोपवे है. समाजवादी पार्टी के लोग लाल टोपी लगाकर कह रहे थे कि अखिलेश जी को बधाई है कि उन्होंने कल्पना की थी कि बरसाने में कभी रोपवे लगे. मुझे मीडिया वालों ने पूछा कि समाजवादी पार्टी के लोग रोपवे की बधाई तो अखिलेश यादव को दे रहे हैं तो मैं उनसे मैंने कहा मैं भी अखिलेश जी को बधाई देता हूं.
मंत्री ने आगे कहा कि, यदि अखिलेश जी 5 वर्ष मुख्यमंत्री का कार्यकाल ऐसे नहीं करते तो आज योगी जी मुख्यमंत्री नहीं होते. मैं भी अखिलेश जी को बधाई दे रहा हूं कि उन्होंने ऐसा काम किया जिसकी वजह से योगी जी मुख्यमंत्री बने.
उन्होंने कहा कि, जो व्यक्ति मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश का रहा हो ऐसे व्यक्ति को इस तरीके की बातें करना कि गोरखपुर की तरह मुंह होगा. इसीलिए तो जनता ने तुम्हें नकार रखा है, सबको मालूम है वहीं समाजवादी पार्टी है जो डीएसपी को बोनट पर खड़ा करके पूरे लखनऊ में घुमाया करती थी. वहीं समाजवादी पार्टी है थाने में मारपीट करती थी.
उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी जो मेरिट लिस्ट की जगह पर रेट लिस्ट लगाया करती थी. वहीं धारा 370 को लेकर मंत्री ने कहा है कि राहुल गांधी ने आज तक यह जवाब दिया ही नहीं है. धारा 370 को बहाल करोगे तो इस पर उन्होंने कहा कि, कश्मीर की जनता निर्णय करेगी.
मंत्री ने आगे कहा कि, 370 को बहाल चाहती है या नहीं, क्या एक देश में दो संविधान चलेंगे, अलीगढ़ का बच्चा कश्मीर में बलिदान देगा और उस बलिदानी के बच्चे कश्मीर में नहीं पढ़ेंगे. यह कैसे हो सकता है,
गन्ना मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि अखिलेश यादव को तो यादवों के नाम पर अपना परिवार नजर आता है. पांच लोगों के अलावा उनके परिवार के अलावा कोई यादव उत्तर प्रदेश में योग्य नहीं है. एक ही जिले के 8 एमपी हैं, उन्हें तो सैफई इटावा के अलावा कोई प्रदेश नजर नहीं आता है.
उन्होंने कहा कि, परिवार के अलावा देश नजर भी नहीं आता है. मौलाना तौफीक रजा के बयान पर कहा है कि मैं मौलाना के बारे में क्या कहूं, उनकी तो इसी तरीके की तकरीर हमेशा रहती है. आज RSS दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है, हिंदू और सनातन धर्म के लिए काम करता है, किसी संगठन के लिए इस तरीके की बातें करना यह भी बुनियादी है.