केंद्रीय गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले का नाम बदलकर अहिल्यानगर करने को मंजूरी दे दी है। इस बात की जानकारी खुद राज्य के राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने दी है। उन्होंने मीडिया को बताया कि, अहमदनगर का नाम बदलने का निर्णय इस साल मार्च में राज्य कैबिनेट ने लिया था और केंद्र से मंजूरी मांगी थी।
राधाकृष्ण विखे पाटिल ने आगे कहा कि, 18वीं सदी में इंदौर (मध्य प्रदेश) की शासक अहिल्याबाई होल्कर इसी जिले से थी। इससे पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सरकार ने औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलकर क्रमश: छत्रपति संभाजीनगर और धाराशिव कर दिया था।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने इंदौर की रानी अहिल्याबाई होल्कर की याद में अहमदनगर शहर का नाम बदलकर 'अहिल्यानगर' कर दिया था। इसके अलावा मुंबई के सात उपनगरीय रेलवे स्टेशनों के नाम भी बदल दिए गए। पुणे जिले के वेल्हे तालुका का नाम उस ऐतिहासिक किले के नाम पर 'राजगढ़' रखा गया, जो 27 सालों तक छत्रपति शिवाजी महाराज की ओर से स्थापित मराठा साम्राज्य की पहली राजधानी था।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल ने मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे पर आधुनिक पहचान वाले सात उपनगरीय स्टेशनों के नाम बदलने को भी मंजूरी दी थी। करी रोड स्टेशन का नाम बदलकर लालबाग स्टेशन, सैंडहर्स्ट रोड स्टेशन का नाम डोंगरी स्टेशन, मरीन लाइन्स का नाम मुंबादेवी स्टेशन, चर्नी रोड का नाम गिरगांव स्टेशन कर दिया गया।
वहीं कॉटन ग्रीन का नाम कालाचौकी स्टेशन रखा गया और डॉकयार्ड का नाम मझगांव स्टेशन रखा गया। इसी प्रकार किंग्स सर्कल का नाम तीर्थंकर पार्श्वनाथ स्टेशन रखा गया। महाराष्ट्र विधानमंडल की मंजूरी के बाद इन नाम बदलावों का प्रस्ताव कार्यान्वयन के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय और रेलवे को भेजा गया था।