इनपुट- रजत के. मिश्र, लखनऊ, twitter- rajatkmishra1
लोकसभा आम चुनावों की घोषणा के बाद अब बुधवार से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फुल एक्शन में नजर आएंगे। चुनावी रैलियों से पहले सीएम योगी प्रदेश के अंदर प्रबुद्ध सम्मेलनों के जरिए अलग-अलग जनपदों में प्रबुद्ध लोगों से वार्तालाप करेंगे और सरकार द्वारा किए गए कार्यों का पूरा लेखा-जोखा प्रस्तुत करेंगे।
मुख्यमंत्री के प्रबुद्ध सम्मेलनों की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से होने जा रही है, जहां पहले कुछ चरणों में चुनाव भी होने वाला है। 31 मार्च तक प्रस्तावित इन सम्मेलनों के माध्यम से सीएम योगी यहां लोगों के साथ संवाद स्थापित कर वह चुनावों से पूर्व 'फिर एक बार मोदी सरकार'के संकल्प की चुनावी जमीन तैयार करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी, उत्तर प्रदेश द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार, सीएम योगी 27 से 31 मार्च तक यानी 5 दिनों में 15 जनपदों को कवर करेंगे। उनके प्रबुद्ध सम्मेलनों की शुरुआत बुद्धवार 27 मार्च को मथुरा, मेरठ और गाजियाबाद से होगी, जहां वह गणमान्य लोगों के साथ ही आम लोगों से भी संवाद स्थापित करेंगे। इसके अगले दिन यानी गुरुवार 28 मार्च को सीएम योगी का बिजनौर, मुरादाबाद और अमरोहा में कार्यक्रम प्रस्तावित है। यहां भी उन्हें प्रबुद्ध जनों के साथ संवाद में हिस्सा लेना है। 29 मार्च को सीएम शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में प्रबुद्ध सम्मेलन में हिस्सा लेंगे तो 30 मार्च को बागपत (मोदीनगर), बुलंदशहर और गौतमबुद्धनगर, जबकि 31 मार्च को बरेली, रामपुर और पीलीभीत में वह प्रबुद्ध सम्मेलन करेंगे। इन प्रबुद्ध सम्मेलनों के माध्यम से सीएम योगी प्रदेश सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। साथ ही डबल इंजन की सरकार में आम लोगों तक पहुंच रही योजनाओं के बारे में भी बात करेंगे।
सीएम योगी के इन प्रबुद्ध सम्मेलनों की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हो रही है, जहां शुरुआती चरणों में चुनाव होना है। पहले चरण यानी 19 अप्रैल 2024 को सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत में चुनाव होना है तो वहीं दूसरे चरण यानी 26 अप्रैल को अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा में चुनाव होना है। इसी तरह तीसरे चरण में संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं और बरेली जैसे जनपदों में चुनाव की घोषणा हुई है। इसी कार्यक्रम को देखते हुए सीएम योगी के प्रबुद्ध सम्मेलनों की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों से की जा रही है, ताकि उनके संवाद का ज्यादा से ज्यादा असर आम लोगों तक हो सके।