उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ में वीर बाल दिवस के अवसर पर एक सभा और सहज-पाठ कार्यक्रम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संबोधित किया है। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि, 'आज काबुल में केवल 8-10 सिख परिवार ही बचे हैं।' उन्होंने आगे कहा कि, 'जब हम पाकिस्तान और बांग्लादेश की घटनाओं को देखते हैं तो हमें सिख गुरुओं का बलिदान याद आता है। सिख गुरुओं ने जो आदर्श हमारे सामने रखे, वही हमें आगे बढ़ने का रास्ता दिखाएंगे। जब हम इस प्रेरणा के साथ आगे बढ़ेंगे तो हम काबुल और बांग्लादेश बनने से बच जाएंगे।'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, गुरु अर्जुन देव ने हमें जहांगीर के आतंक से बचाया था, आज कश्मीर भारत का हिस्सा है। सीएम योगी ने कहा कि आज पूरा देश देश और धर्म के लिए शहादत की नई कहानी लिखने वाले बाबा जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत को नमन करता है।
सीएम योगी ने कहा कि कौन नहीं जानता कि गुरु अर्जुन देव ने लाहौर में जहांगीर के अत्याचारों से देश को बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। उन्होंने अपना शीश दे दिया, लेकिन भारत का शीश झुकने नहीं दिया। आज कश्मीर भारत का अंग है और भारत का मस्तक बना हुआ है, क्योंकि गुरु तेग बहादुर ने अपना शीश देकर इसे बचाया था। गुरु गोविंद सिंह साहब ऐसे पिता जिन्होंने अपने आंखों के सामने पुत्र को बलिदान होते हुए देखा।
एक कौम का नहीं देश का इतिहास- सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि, क्या उम्र है उस समय गुरु गोंविद सिंह महाराज की जब पिता कश्मीर के लिए अपना बलिदान दे रहे। गुरु नानक सिंह जी से लेकर गुरु तेग बहादुर तक शहादत का इतिहास है। यह सिर्फ एक समुदाय का इतिहास नहीं है, बल्कि पूरे देश का इतिहास है। जाति-पाति के भेदभाव को खत्म करने के लिए गुरु नानक जी ने बांटकर खाने का लंगर बनाया था और वह आज भी जारी है। गुरु गोविंद सिंह साहब ऐसे पिता जिन्होंने अपने आंखों के समाने पुत्र को बलिदान होते हुए देखा।