दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव कोचिंग सेंटर में हुई त्रासदी के मामले में ग्रुप 'A' के दो अधिकारियों को निलंबित करने की मंजूरी दी है। इनमें वेद पाल, डिविजनल ऑफिसर और जीएनसीटीडी के अग्नि सुरक्षा विभाग के उदय वीर सिंह शामिल हैं।
हादसे की घटना और मृतकों की पहचान
यह दर्दनाक घटना 27 जुलाई को ओल्ड राजेंद्र नगर में स्थित राव एकेडमी के बेसमेंट में घटी। यहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों की लाइब्रेरी में अचानक आई बाढ़ के कारण तीन छात्रों की मौत हो गई थी। मृतकों में दो छात्र और एक छात्रा शामिल थे, जो यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। मृतकों की पहचान तेलंगाना की तान्या सोनी, केरल के नेविन डाल्विन और उत्तर प्रदेश की श्रेया यादव के रूप में हुई।
दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई और सीबीआई जांच की मांग
दिल्ली हाईकोर्ट ने 5 नवंबर को इस मामले में सीसीटीवी फुटेज और सैटेलाइट इमेजेज को सुरक्षित रखने की याचिका पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया। न्यायमूर्ति दिनेश कुमार शर्मा ने मामले की अगली सुनवाई 15 जनवरी 2025 के लिए निर्धारित की। इस मामले की सुनवाई मृतकों में से एक के पिता की याचिका पर हो रही थी।
सीबीआई जांच की मांग
नेविन डाल्विन के पिता, जे दलविन सुरेश, ने याचिका दायर कर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से यह अनुरोध किया कि 27 जुलाई को घटना के दौरान आईएएस स्टडी सर्किल कोचिंग सेंटर और आसपास के इलाकों में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को तुरंत सुरक्षित किया जाए। साथ ही याचिका में संबंधित समय की सैटेलाइट इमेज, वीडियो क्लिप और गूगल इमेज को भी संरक्षित करने की मांग की गई है।