दिल्ली भाजपा सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह द्वारा पूर्वांचल समाज का अनादर करने और उनके समाजिक अस्तित्व पर सवाल उठाने का विरोध किया है। मनोज तिवारी ने कहा कि, आम आदमी पार्टी पूर्वांचलियों के सम्मान का दिखावा करती है।
वहीं, प्रेसवार्ता का संचालन मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, कल दिल्ली में पूर्वांचल समाज की पहचान मजबूत करने का काम केवल और केवल मनोज तिवारी ने किया है। इन्होने ही दिल्ली में छठ अवकाश घोषित करवा कर पूर्वांचल के महापर्व छठ महोत्सव को सम्मान दिलवाया।
मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल और सांसद संजय सिंह को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि, आम आदमी पार्टी अगले 24 घंटे में इसका सीधा जवाब दें कि क्या दिल्ली में अवैध बंग्लादेशी एवं रोहिंग्या घुसपैठियो का वोट कटना चाहिए या नही ?
मनोज तिवारी ने आगे कहा कि, हमने इस मुद्दे को संसद में उठाया था कि अवैध घुसपैठियों को डिटेन कर उनके देश वापस भेजना चाहते हैं उन्हें कोई हिंसा से नहीं मार रहे हैं। उन्होंने कहा कि, ऐसे कई मौके आए हैं जब खुद अरविंद केजरीवाल पूर्वांचल समाज की बेइज्जती करने से पीछे नहीं हटे। लेकिन आम आदमी पार्टी हमेशा से अपनी अकर्मण्यता को छुपाने और भ्रष्टाचार के मामले को छुपाने की कोशिश करती है। कई बार दिल्ली वाले उनके इस छलावे में फंस भी जाती है।
उन्होंने कहा कि, आज भी 2019 का अरविंद केजरीवाल का वक्तव्य कि पूर्वांचल से लोग 500 रुपये का टिकट कटाकर आते हैं और 5 लाख का मुफ्त ईलाज कराकर चले जाते हैं हर पूर्वांचली को चुभता है। तिवारी ने आगे कहा कि, अरविंद केजरीवाल को पूर्वांचल समाज भुला नहीं है की जब कोरोना के समय लोगों की रक्षा करनी चाहिए थी। उनके घर भोजन पहुंचना चाहिए था तो केजरीवाल और उनकी पार्टी के लोग पूर्वांचलवासियों को बसों में बैठाकर अपने राज्य भेजने के लिए विवश कर रहे थे उन्हे मौत के मुंह में धकेल रहें थे।
उन्होंने कहा कि अनेक लोग केजरीवाल सरकार की पूर्वांचल विरोधी हठधर्मी के कारण कोविड़काल में मौत के शिकार हुए। कोविड़काल में केन्द्रीय गृह मंत्री शरी अमित शाह और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आगे आए तब जाकर स्थिति समलही और पूर्वांचल समाज को राहत मिली। मनोज तिवारी ने कहा कि, पिछले दस सालों में अनाधिकृत कॉलोनियों में रहने वालो की जिंदगी केजरीवाल सरकार ने बदतर कर दी हैं। अनाधिकृत कॉलोनियों में रहने वालों में 70 फीसदी लोग पूर्वांचल या उतरांचल के लोग है लेकिन आम आदमी पार्टी को उनकी याद नहीं आई। पूर्वी दिल्ली का सिग्नेचर ब्रिज जब बन रहा था तब दिल्ली में राष्ट्रपति शासन था और हमने वह ब्रिज बनवाया उस वक्त अरविंद केजरीवाल ने अपने गुंडे विधायक को भेजकर धमकाया और धक्के दिलाए उस वक्त अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह को पूर्वांचल की याद क्यो नहीं आई।
दिल्ली के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि, दिल्ली की महान जनता के जनादेश पर हमने कभी सवाल नहीं उठाया और आज हम उनसे कहना चाहते हैं कि आज केजरीवाल सच्चाई से भागना चाहते हैं। दस सालों में 21000 लोग गंदा पानी पीने से मर गए लेकिन उनकी चिंता अरविंद केजरीवाल को नहीं है। तिवारी ने कहा की दिल्ली देश की राजधानी है इसलिए इसे जाति और धर्म के नाम पर बांटने का काम ना करें केजरीवाल। एमसीडी के जिस पत्र का ज़िक्र संजय सिंह अपनी प्रेसवार्ता में कह रहे थे की उसमें कहीं भी पूर्वांचलवासियों का ज़िक्र नहीं है लेकिन बार बार पूर्वांचल बोलकर संजय सिंह एक क्षेत्रवाद के नाम पर दिल्ली को बांटना चाहते हैं।