उत्तर प्रदेश के मेरठ के फतेहपूर जिले में पुलिस धर्मांतरण के आरोप में एक पादरी को गिरफ्तार किया है. पादरी की पहचान विजय मसीह के नाम से हुई है जो की ढाई महिने से फरार चल रहा था. वहीं फरार होने के बावजूद भी विजय चर्च में चोरी छिपे धर्म परिवर्तन करवा रहा था.
अलग-अलद नाम के बरामद किए आधार कार्ड
वहीं जानकारी दे दें कि विजय मसीह के पास से अलग-अलग नाम और पते के पहचान पत्र बरामद हुए है. बता दें कि पादरी विजय मसीह को रविवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
पैट्रोलिंग के दौरान मिली थी सूचना
फतहेपुर पुलिस के SHO कोतवाली इंस्पेक्टर अमित मिश्रा ने जानकारी दी कि 30 अक्टूबर को पुलिस टीम के साथ पहरे के दौरान वर्मा तिराहे पर उन्हें मुखबिर ने जानकारी दी कि चूना वाली गली में धर्म परिवर्तन मामले का फरार आरोपी उपस्थित है.
छापेमारी के बाद गिरफ्तार हुआ आरोपी
वहीं मुखबिर के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बताई जगह पर पुलिस ने फौरन छापा मारा और विजय मसीह पुलिस के हथ्थों चड़ गया. बता दें कि पुलिस को वह चर्च के गेट पर मिला.
प्रेस नोट हुआ जारी
वहीं उत्तर प्रदेश की पुलिस ने एक प्रेस नोट भी जारी किया जिसमें बताया गया है कि पुलिस को मुखबिर से जानकारी प्राप्त हुई थी कि फरार आरोपी विजय मसीह चूना वाली गली में उस समय उपस्थित था. वहीं पैट्रोलिंग टीम ने देर न करते हुए इलाके में छापा मारा और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपी की पहचान
बता दें कि आरोपी की पहचान विजय मसीह के नाम से हुई है जिसकी आयु 36 वर्ष है. उसके पिता का नाम अमर मसीह है जो कि लखनऊ के कल्ली पश्चिम गाँधी गाँव के रहने वाले है.
4 से अधिक लोगों का अब तक करवा चुका था धर्मांतरण
विजय मसीह की जब पुलिस ने तलाश की थी तब उसके पास से 4 जाली आधार कार्ड बरामद किए गए है. पुलिस की पुछताछ के दौरान विजय मसीह ने बताया कि उन सभी का धर्मांतरण करवाया जा चुका था.
ढाई महिने से फरार था आरोपी
बता दें कि ढाई महिने पहले वह फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र में भोले-भाले हिन्दुओं को ब्रेनवॉश कर धर्मांतरित करवाने के आरोप में फरार हो गया था. वहीं आरोपी ने जानकारी दी कि वर्ड विजन चर्च के लोगों ने भी धर्म परिवर्तन में उसकी मदद की थी.