सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे

Donation

Karva Chauth 2024: करवा चौथ पर इस साल सिर्फ इतने घंटे का मुहूर्त, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि यहां

करवा चौथ का व्रत हिंदू धर्म के प्रमुख व्रतों में से एक है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। ऐसे में इस साल करवा चौथ पर बस कुछ ही घंटे के लिए शुभ मुहूर्त बन रहा है।

Rashmi Singh
  • Oct 14 2024 5:02PM

करवा चौथ का व्रत हिंदू धर्म के प्रमुख व्रतों में से एक है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। इस व्रत को करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। 

इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। करवा चौथ कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश और कार्तिकेय के साथ चंद्र देव और करवा माता की पूजा की जाती है। 

इस व्रत में चंद्रमा की पूजा का बहुत महत्व है। चंद्रमा के उदय होते ही महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं और फिर अपने पति के हाथ से जल ग्रहण कर व्रत खोलती हैं।

करवा चौथ 2024 डेट 

हिंदू पंचांग के अनुसार, करवा चौथ का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस तिथि की शुरुआत रविवार, 20 अक्टूबर 2024 को सुबह 6:46 बजे से सोमवार, 21 अक्टूबर को सुबह 4:16 बजे तक है। इस साल करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर 2024 को रखा जाएगा।

करवा चौथा 2024 पूजा शुभ मुहूर्त  

1. पंचांग अनुसार करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर 2024, रविवार को शाम 5:46 से शाम 7:02 तक है।
2. इस बार करवा चौथ का शुभ मुहूर्त केवल 1 घंटे 16 मिनट तक है।
3. सुहागिन महिलाएं इस दौरान करवा चौथ की पूजा कर सकती हैं।
4. चंद्रोदय का समय शाम 7:54 मिनट का है।

करवा चौथ व्रत महत्व

हिंदू धर्म में करवा चौथ व्रत का बहुत महत्व है। करवा चौथ का व्रत पति-पत्नी के बीच प्रेम का प्रतीक माना जाता है। विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अपने सुहाग की रक्षा के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं। इस व्रत को करने से दांपत्य जीवन में खुशहाली बनी रहती है।

 करवा चौथ व्रत से जुड़ी कुछ खास बातें

 1. करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाओं को लाल रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए, क्योंकि लाल रंग सुहाग का प्रतीक है।

2. सुहागिन महिलाओं को 16 श्रृंगार करके ही पूजा करनी चाहिए। 
3. चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का पारण करें।
4. अपने पति के हाथ से जल ग्रहण करें।
5. व्रत के दौरन किसी को अपशब्द नहीं बोलने चाहिए।
6. व्रत के दौरन अन्न-जल का सेवन नहीं करना चाहिए।

सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

संबंधि‍त ख़बरें

ताजा समाचार