पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को बीती रात एसआईटी की टीम ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। सुरेश चंद्राकर को बीजापुर लाया जा रहा है। जहां पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी ठेकेदार की पत्नी को कांकेर जिले से गिरफ्तार कर लिया है।
तीन आरोपी पहले ही गिरफ्तार
बता दें कि, मुकेश चंद्राकर की हत्या में शामिल तीन आरोपियों रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर, और महेंद्र रामटेके को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है। अब, मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को भी एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने सुरेश चंद्राकर के कुछ बैंक खातों को भी सीज कर दिया है और उसके द्वारा सरकारी जमीन पर किए गए अवैध निर्माण को हटाने के लिए प्रशासन ने कार्रवाई की थी।
हत्या का कारण और घटना की पूरी जानकारी
मुकेश चंद्राकर द्वारा घटिया सड़क निर्माण पर एक खबर प्रकाशित की गई थी, जिससे ठेकेदार सुरेश चंद्राकर और उनके रिश्तेदार रितेश चंद्राकर नाराज हो गए थे। एक जनवरी की रात, रितेश चंद्राकर मुकेश को बीजापुर के चट्टानपारा स्थित सुरेश चंद्राकर के फार्म हाउस ले गया। वहां, रात के खाने के दौरान, रितेश और मुकेश के बीच बहस हो गई, जिसमें रितेश ने मुकेश पर आरोप लगाया कि वह उनके काम में बाधा डाल रहा है। इस बहस के दौरान रितेश ने महेंद्र रामटेके के साथ मिलकर मुकेश के सिर, छाती, पेट और पीठ पर लोहे की रॉड से हमला किया और उसकी हत्या कर दी। शव को पास के सेप्टिक टैंक में डालकर स्लेब से बंद कर दिया गया था।
हत्यारों की गिरफ्तारी और संपत्ति की जब्ती
हत्या के बाद, रितेश चंद्राकर ने अपनी कार रायपुर एयरपोर्ट के पास खड़ी की और दिल्ली भाग गया, जबकि सुरेश चंद्राकर हैदराबाद भाग गया था। पुलिस ने रितेश को दिल्ली और अन्य आरोपियों को बीजापुर से गिरफ्तार किया था। अब, एसआईटी ने सुरेश चंद्राकर को हैदराबाद से गिरफ्तार कर बीजापुर लाया है, जहां आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के अवैध कब्जे को लेकर प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। उसके गंगालूर सड़क पर स्थित पांच एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा था, और उसकी फार्म हाउस पर बुलडोजर चलाया गया। इसके अलावा, सुरेश के सभी बैंक खातों और एटीएम ट्रांजैक्शंस को सीज किया गया है।
वन विभाग की टीम ने किया अवैध अतिक्रमण खाली
सुरेश चंद्राकर द्वारा बीजापुर स्थित वन विभाग की जमीन पर किए गए अवैध अतिक्रमण को भी खाली करवाने के लिए वन विभाग की टीम रवाना हो गई है। प्रशासन ने ठेकेदार के अन्य अवैध अतिक्रमणों पर भी बुलडोजर चलाया है।
हत्या का सच और जांच की स्थिति
मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या के मामले में बस्तर संभाग के आईजी पी सुंदरराज ने बताया कि यह हत्या दो आरोपियों ठेकेदार के मुंशी महेंद्र रामटेके और रितेश चंद्राकर ने मिलकर की थी। मुकेश पर स्टील रॉड से हमला किया गया और बाद में सबूत मिटाने की कोशिश की गई थी। इस मामले में सुरेश चंद्राकर को मुख्य आरोपी बनाया गया है और पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच के लिए एसआईटी की 11 सदस्यीय टीम गठित की गई है।
मुकेश की लाश सेप्टिक टैंक में मिली
मुकेश चंद्राकर एक जनवरी की शाम सात बजे से लापता थे, और उनकी लाश ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के फार्म हाउस स्थित सेप्टिक टैंक से बरामद की गई। पुलिस ने मामले की पूरी जांच शुरू कर दी है और आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है।